नई दिल्ली : भारतीय कंपनियां एक एक करके चीन को झटके दिए जा रही हैं, अब JSW नें बॉयकॉट चीन का फैसला लिया है।
भारत चीन के बीच सीमा विवाद का प्रभाव आर्थिक रिश्तों में सबसे ज्यादा पड़ते हुए दिख रहा है। जहां 20 भारतीय सैनिकों की शहादत से देश में चीन के प्रति आक्रोश बढ़ रहा है। वहीं देश के हजारों सामाजिक, राजनीतिक व व्यापारिक संगठन चीन के आर्थिक बहिष्कार का ऐलान कर रहे हैं। रेलवे व थर्मल पावर प्रोजेक्ट में हाल में चीनी कंपनियों के ठेके निरस्त कर दिए गए।
इसी बीच स्टील, सीमेंट बनाने वाली जानी मानी कंपनी जिंदल ग्रुप नें चीन से आर्थिक रिश्ता खत्म करने की घोषणा कर दी है।
जिंदल ग्रुप JSW सीमेंट्स व JSW पेंट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर पार्थ जिंदल नें अपने एक बयान में चीन के कायराना हमले की कड़ी निंदा की।
बहादुर भारतीय जवानों पर चीनियों द्वारा भारतीय धरती पर किया गया हमले के विरोध में JSW ग्रुप नें कहा कि ग्रुप ने चीन से सालाना $ 400mn का शुद्ध आयात किया है और वो उसे अगले 2 सालों में शून्य पर लाने का संकल्प लेते हैं।
The unprovoked attack by the Chinese on Indian soil on our brave jawaans has been a huge wake up call and a clarion call for action – we @TheJSWGroup have a net import of $400mn from China annually and we pledge to bring this down to zero in the next 24 months #BoycottChina
— Parth Jindal (@ParthJindal11) July 2, 2020
सभी व्यापारी चीन से बंद करें आयात निर्यात: JSW ग्रुप
जिंदल ग्रुप JSW के चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर सज्जन जिंदल नें भारत चीन विवाद के बीच अपने आधिकारिक बयान में सभी भारतीय व्यापारियों से देशों में आयात और निर्यात को रोकने की अपील की है जो देश भारत के मित्र नहीं हैं यानी भारतीय मामलों में विरोध करते हैं।
उन्होंने जवानों का हौसला अफजाई करते हुए कहा कि “हम सभी भारतीयों का कर्तव्य है कि हम अपने गैर-मित्र देशों को आर्थिक रूप से प्रभावित करें, जबकि हमारे सैनिक सीमाओं पर अपना कर्तव्य निभाते हैं।”
आगे जिंदल कंपनी के चेयरमैन नें अपने बयान को और स्पष्ट किया और कहा कि “जब मैं व्यापारियों को कहता हूं, मेरा मतलब है कि व्यापार और उद्योग दोनों।” अंत में जिंदल ग्रुप ने कहा कि ” दुश्मन देशों का आयात निर्यात रोकना शुरू में अधिक महंगा हो सकता है, लेकिन लंबे समय में हम आर्थिक और सैन्य रूप से अधिक मजबूत देश होंगे।”
When I say traders, I mean both Trade and industry. Though it may be more expensive initially, but in the long run we will be a much stronger country both economically and militarily. @nsitharamanoffc @PMOIndia https://t.co/54HWdQUpwB
— Sajjan Jindal (@sajjanjindal) June 25, 2020
उधर व्यापारियों के अखिल भारतीय संगठन CAIT लंबे समय से चीनी सामानों के बहिष्कार की मुहिम चला रहा है औऱ इसने इन सामानों की सूची भी जारी की थी।
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