नई दिल्ली: दिल्ली से राज्यसभा सांसद व आम आदमी नेता संजय सिंह अब अपने एक ट्वीट को लेकर बुरे फसते हुए दिखाई दे रहे है। उन्होंने बीती रात को एक ट्वीट कर कहा कि आज मुझे एक दलित नेता ने फोन किया बोले भाई साहेब राष्ट्रपति दलित उन्हें नही बुलाया गया उप मुख्यमंत्री मौर्या उन्हें नही बुलाया गया। ऐसा क्यों? भाजपा दलितों को मंदिरों से बाहर क्यों रखना चाहती है? जिसके बाद देखते ही देखते ट्विटर पर बवाल मच गया।
वहीं दिल्ली के बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने संजय सिंह पर एससी एसटी एक्ट लगाने की मांग कर डाली। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि “संजय सिंह ने जो ट्वीट किया वो सीधे सीधे SC/ST एक्ट का मामला हैं , यूपी में झूठ बोलकर दंगे करवाने की साजिश हैं”।
संजय सिंह ने जो ट्वीट किया वो सीधे सीधे SC/ST एक्ट का मामला हैं , यूपी में झूठ बोलकर दंगे करवाने की साजिश हैं#संजय_सिंह_झूठा_है
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) August 8, 2020
इतने गंभीर आरोप झेलने के बाद भी अभी तक संजय सिंह की इस ट्वीट पर कोई सफाई सामने नहीं आई है। केशव प्रसाद मौर्या को लेकर कही उनकी झूठी बातो की पोल खुद केशव प्रसाद मौर्या के ट्वीट ने कर डाली।
उन्होंने अपने ट्वीट में आयोध्या स्थित चल रहे भूमि पूजन की फोटो साझा कर लिखा कि “श्री राम जन्मभूमि परिसर में आयोजित भूमि पूजन कार्यक्रम के भव्य पंडाल में ऐतिहासिक दिन का साक्षी बन रहा हूं l परम सौभाग्य एवं अद्भुत और अलौकिक आनंद की अनुभूति कर रहा हूं I”
संजय सिंह के इस ट्वीट के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ना तय है जिसे बीजेपी नेता मनोज तिवारी से लेकर कपिल मिश्रा तक घेर रहे है।
क्या था मामला
5 अगस्त को अयोध्या में सदियों की प्रतीक्षा के बाद रामलला के मंदिर की नींव रख दी गई। उधर कुछ पार्टी व नेताओं ने इस कार्यक्रम में तरह तरह के नुस्ख निकालने शुरू कर दिए।
ऐसा ही कुछ काम आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने किया। दरअसल एक बयान में संजय सिंह ने दावा किया कि आज उन्हें एक दलित नेता ने फोन किया बोले भाई साहेब राष्ट्रपति दलित उन्हें नही बुलाया गया, उप मुख्यमंत्री मौर्या उन्हें नही बुलाया गया। ऐसा क्यों ? भाजपा दलितों को मंदिरों से बाहर क्यों रखना चाहती है ?”
जिसके बाद बीजेपी नेता व सोशल मीडिया यूजर्स संजय सिंह पर टूट पड़े।
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