नई दिल्ली: राम मंदिर को लेकर कांग्रेस नेता ने फर्जी फोटो शेयर कर जातीय विद्वेष फैलाने की कोशिश की।
राम मंदिर को लेकर कई स्वघोषित दलित नेता व एक्टिविस्ट अभी भी अफवाह फैलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। क्यों कि हाल में कांग्रेस नेता उदितराज द्वारा संचालित संगठन ऑल इंडिया परिसंघ ने एक पोस्ट साझा की जिसमें दावा किया गया था कि “हिन्दू आर्मी नामक संगठन चलाने वाले सुशील तिवारी ने कहा है कि राम मंदिर में शूद्रों, एससी एसटी व ओबीसी का प्रवेश निषेध रहेगा, सभी लोग एक साथ आएं।”
इसी पोस्ट को साझा करते हुए उदितराज के संगठन ने लिखा “Sc-ST-OBC कितने हिंदू हैं, खुद तय करें। (तस्वीर- पत्रकार स्वतंत्र मिश्रा की फेसबुक वाल से)।”
Sc-ST-OBC कितने हिंदू हैं , खुद तय करें ।
(तस्वीर- पत्रकार स्वतंत्र मिश्रा की फेसबुक वाल से ) pic.twitter.com/dKbqULo95M— All India Parisangh (@aiparisangh) August 17, 2020
वहीं इसी सुनील तिवारी की कथित पोस्ट को अन्य दलित एक्टिविस्ट व फ्रीलांस पत्रकार प्रशांत कनोजिया ने भी शेयर किया और कटाक्ष करते हुए लिखा कि “तिवारी जी का आदेश है।”
जब फ़लाना दिखाना की टीम ने इस पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए जांच शुरू की तो ये फोटो एडिट की हुई मिली जबकि हिन्दू आर्मी के सुशील तिवारी नामक फेसबुक पेज ने ठीक उसी बैकग्राउंड वाली पोस्ट साझा की थी जिसमें लिखा था कि “UPSC से इस्लामिक स्टडी को तुरन्त हटाकर वैदिक स्टडी जोड़ा जाए, सब लोग एक साथ आएं।”
हालांकि दलित एक्टिविस्ट द्वारा इस एडिटेड फोटो को शेयर करने के बाद प्रशांत कनोजिया को लपेटे में लेते हुए सुशील तिवारी ने कहा कि यदि “वो हिंसा भड़काने के लिए गिरफ्तार हो जाए तो इसे बोलने की आजादी पर हमला कह देगा।” बता दें कि कनोजिया ने बाद में ट्रोल होने के बाद चुपके से फोटो डिलीट भी कर डाली।
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