बुलगढ़ी: हाथरस के बुलगढ़ी ग्राम में हुई घटना को लेकर सोशल मीडिया पर कई प्रकार की बाते चल रही है। सरकार के पक्षधर इसे बचाने का प्रयास कर रहे है तो सरकार से विभिन्न सोच रखने वाला तबका इसे गैंग रेप की तरह प्रायोजित करने का प्रयास कर रहा है। मामले में दूसरे पक्ष को भी कोई सुनने लिखने को तैयार नहीं हो रहा है। ऐसे में हमारी टीम ने पुरे विषय पर एक ग्राउंड रिपोर्ट तैयार की है जिसमे घटना के वक्त मौके पर मौजूद लोग से लेकर, घटना पर पड़ी पीड़िता के पहले बयान, लड़की के भाई द्वारा स्वयं लिखित पहली तहरीर, लड़के के इतिहास, ग्राम प्रधान का बयान, ग्रामीणों के बयान से लेकर कई विभिन्न लोगो से बातचीत करी गयी है। रिपोर्ट बनाते समय एक से अधिक तथ्यों व बाद में बदले लड़की के बयानों को भी शामिल किया गया है।
सबसे पहले जमीनी हकीकत जानने के लिए हमने उस समय सबसे पहले घटना पर पहुंचे उस व्यक्ति से बात करी जो पास में ही ट्रेक्टर चला रहे थे व लड़की की माँ की आवाज सुन वहां पहुंचे थे। उन्होंने नाम न छापने(हमारी टीम SIT व यूपी सरकार को उनका बयान उनके नाम से देने के लिए तैयार है बशर्ते उनका नाम प्रकाशित न किया जाये। उन्हें डर है कि उनके साथ कोई अप्रिय घटना हो सकती है) की शर्त पर हमें बताया कि घटना वाले दिन जब लड़की की माँ ने आवाज लगाई तो वहां पहुंचे जहां लड़की ज़मीन पर पड़ी थी। पीड़िता की माँ ने बताया कि संदीप ने उनकी बेटी पर हमला किया। पास में अपने खेत में अपनी माँ के साथ घास काट रहे लव कुश(जिन्हे बाद में कुछ दिन बाद गैंग रेप का दोषी बनाया गया) मौजूद थे। लड़की की माँ ने उसे बुलाया व पानी लाने को कहा जिसपर वह पानी लेकर आया व लड़की को पिलाया। जिसके बाद लड़की ने बताया(हमारे पास खेत की वह रिकॉर्डिंग भी मौजूद है) कि संदीप उससे मिलने आया था जहां उसने उसपर हमला कर दिया। आगे लड़की ने बताया कि उसका गला हाथ से संदीप ने दबाया था। वहीं लड़की की माँ उसी खेत में महज 15 से 20 कदम की दुरी पर मौजूद थी। जिसका प्रमाण भी उसी वक़्त लड़की की माँ ने बोलकर दिया था। साथ ही थाने व अस्पताल में भी माँ ने पत्रकारों को यही बात बताई थी कि वह घटना से महज चंद कदमो की दुरी पर मौजूद थी। वहीं लड़की ने भी बोलकर अस्पताल में वही बात दोहराई जो उसने खेत में घटना के तुरंत बात बताई थी.
पीड़िता का घटना के तुरंत बाद का बयान
आगे चश्मदीद ने हमें बताया कि इसके कुछ दिन बाद उन्होंने लव कुश को भी फसा दिया जिसने खुद पीड़िता को पानी पिलाया था व लड़की की माँ और लव कुश की माँ दोनों उसके साथ मौजूद थी। दरअसल घटना के बाद लव कुश मामले में संदीप के पिता के लिए खाना लेकर जाता था। जिससे उन्हें डर हुआ कि संदीप कही उसकी मदद कर उन्हें ही न फसवा दें।
इसके बाद हमने प्रधान पति राम कुमार जी से संपर्क साधा जिन्होंने हमें कई चौकाने वाली बाते बताई। राम कुमार जी ने हमें बताया कि लड़की मनीषा व लड़के संदीप में पिछले दो वर्षो से प्रेम संबंध थे जबकि दोनों परिवारों में सन 2001 से आपसी रंजिश का मामला चल रहा था। जिसको स्वयं जिले के एसपी साहब ने सही ठहराया। पुलिस के अनुसार दोनों परिवारों के सदस्यों में वर्ष 2001 में एक दूसरे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। जिसके बाद दोनों ने आपसी सहमति से केस वापस ले लिए। वहीं जानकारी के मुताबिक लड़की के घरवालों ने 2 लाख रूपए लेकर मुक़दमे को रफा दफा कराया था।
पुश्तैनी आपसी रंजिश के बावजूद दोनों में प्रेम संबंध स्थापित हो गए। प्रधान राम कुमार ने आगे बताया कि करीब 1 महीने पहले दोनों मनीषा व संदीप को उनके घर के सदस्यों ने पकड़ लिया था। जिसके बाद लड़की की पिटाई व लड़के की पिटाई उनके घरवालों द्वारा करी गयी थी। वहीं इस मामले में प्रधान जी को बुलाया गया था जिन्होंने पंचायत में दोनों का विवाह कराने का सुझाव दिया था। जिसपर दोनों घरो में सहमति नहीं बनी थी। साथ ही लड़की का भाई दोनों के रिश्ते के सख्त खिलाफ था। जिसकी वजह से उसने कई बार लड़के व लड़की दोनों से मारपीट भी करी थी।
लड़के व लड़की के प्रेम संबंध को बढ़ते देख लड़के को कुछ दिनों के लिए गाँव से बाहर भेज दिया गया था। लड़का कुछ दिन पहले ही गाँव वापस लौटा था जिसके बाद दोनों एक बार फिर मिलने खेत में पहुंचे थे।
इसके अलावा अधिक जानकारी जुटाने पर हमें लड़के के बेहद करीबी रिश्तेदार ने बताया कि लड़के ने कुछ महीने पहले लड़की के मोबाइल पर फोन किया था जिसे लड़की की भाभी ने उठा लिया था। भाभी ने इसकी सुचना माँ व भाई को दी जिसपर एक बार फिर लड़की के साथ मारपीट की गयी व लड़के के घर आकर संदीप के परिजनों को इसकी सुचना दी गयी थी। संदीप के परिजनों ने भी इस घटना पर उसकी पिटाई कर दी थी। वहीं आगे उन्होंने बताया था कि लड़के ने लड़की को मोबाइल फोन भी खरीद कर दिया था। जिसकी कॉल डिटेल पुलिस से निकलवाने का उन्होंने हमसे अनुरोध किया है। उन्होंने बताया कि कॉल डिटेल निकालने से सब दूध का दूध व पानी का पानी हो जायेगा।
इसके बाद हमने कई ग्रामीणों से भी बात करी जिन्होंने लड़की लड़के के प्रेम प्रसंग पर ठप्पा लगाया है। वहीं लड़की के भाई व परिजनों के कॉल डिटेल निकालने की भी कई बार गुजारिश करी गयी है। कुल मिलाकर सभी लोग लड़की के भाई की कॉल डिटेल निकालने पर जोर दें रहे थे जिससे यह मालूम पड़ सके कि आखिर क्यों बाद में गैंग रेप की घटना बना दी गयी। खैर लोगो को SIT जाँच पर पूर्ण भरोसा था।
वहीं घटना से 5 दिन बाद 19 सितंबर को फिर सीओ श्री रामशब्द यादव ने पीड़िता का 161 का बयान लिया जिसमें पीड़िता ने छेड़खानी किए जाने की बात कही। तत्काल धारा 354 बढा ली गई। छापेमारी कर 20 सितंबर को आरोपी संदीप को गिरफ्तार कर लिया गया था। बार बार पूछने पर पीड़िता ने यही बात दोहराई कि उनके साथ संदीप ने छेड़खानी की थी। विरोध करने पर उसने हत्या का प्रयास किया।
घटना पर SHO DK वर्मा जोकि खुद दलित वर्ग से आते है उन्होंने जाँच करी तो पाया कि ऐसा कुछ नहीं था जिसके तहत बाद में तीन लोगो को और फसाया जा रहा है। वहीं मीडिया दबाव में उनको ही लाइन हाज़िर कर दिया गया।
लेकिन 22 सितम्बर को अचानक FIR में तीन अन्य लोगो का नाम जोड़कर इसे गैंग रेप में तब्दील कर दिया गया। जिसका जब हमने पता लगाने का प्रयास किया तो हमें कई ऐसी चीजे पता चली जिसे मीडिया डकार गया। घटना पर तब तक किसी के द्वारा रेप की बात नहीं कही गयी थी जब तक BJP के दलित सांसद ने इसे तूल देना शुरू नहीं किया था। घटना में सांसद की पत्नी व बेटी ने भी इसे गैंग रेप बनाने में पूर्ण भूमिका निभाई थी। आपको बता दें सांसद राजवीर दिलेर ने इस केस को रेप में तब्दील करने में अहम रोल अदा किया है जिसे पूरा गाँव गाला फाड़ फाड़ कर बयान कर रहा है।
अस्पताल में पीड़िता का बयान
अब हमने तीनो लोगो जिन्हे गैंग रेप में फसाया गया था उनकी कुंडली निकालने का प्रयास किया तो मालूम पड़ा कि उनमे से दो घटना वाले दिन मौके से दसियो किलोमीटर दूर अपने काम पर गए थे। इनमे से एक आरोपी बनाये गया संदीप का चाचा रामु जिस JP आइस फैक्ट्री में काम करता है उनके मालिक से हमने सम्पर्क साधा। काफी मसक्कत के बाद मालिक दिनेश जी से संपर्क हो सका। उन्होंने हमें फ़ोन पर बताया कि रामु घटना वाले दिन वहीं फैक्ट्री में मौजूद था जिसका पूरा सबूत उनके पास मौजूद है। आगे उन्होंने कहा कि रामु के साथ उसी ग्राम के दो अन्य लोग भी उनके यहाँ मजदूरी करते है जो अपने बयान दर्ज कराने को तैयार है। इस केस में रामु को फर्जी फसाया गया है। JP आइस फैक्ट्री के मालिक ने कहा पुलिस अगर उनसे सबूत मांगेगी तो वो आगे आकर देंगे लेकिन किसी निर्दोष को वह फसने नहीं दें सकते है। उनके पास उसकी मौजूदगी के सभी सबूत है।
मालिक की बात से स्पष्ट है कि रामु घटना के पुरे दिन फैक्ट्री में मजदूरी कर रहा था जिसे आपसी रंजिश के तहत फसा दिया गया है। आगे उन्होंने भी उसकी कॉल की लोकेशन निकलवाने का आग्रह किया है। दरअसल पुलिस को सारी सच्चाई पता है लेकिन इस मामले में हुई राजनीती से पुलिस के हाथ भी बंध गए है। दिनेश जी ने कहा वह हर जगह बयान देने व पुरे सबूत देने के लिए तैयार है(हम इसकी सुचना पुरे सबूतों के साथ जाँच टीम को भेज रहे है)। यह तो साफ़ है कि नामजद कराये गए एक आरोपी के वहां न मौजूद होने के पुरे सबूत है। लेकिन कोई भी मीडिया इसे रिपोर्ट करने को तैयार नहीं है जिसे लेकर पुरे गाँव में आक्रोश है। हमने जिससे भी बात की है वह इस दोयम दर्जे की पत्रकारिता व राजनीति पे थूकने को भी तैयार नहीं था। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि बीजेपी एमपी की ओर से की गयी राजनीति ने इसे गैंग रेप में परवर्तित करवा दिया है। जिसको लेकर उन्होंने चुनाव में इसका नतीजा भुगतने की भी चेतावनी दी है।
वहीं आगे गाँव के सामाजिक कार्यकर्ता अनिल राणा (जोकि पुरे मामले पर गहन अध्यन कर रहे है) ने बताया कि लड़की से जब लड़का मिलने पंहुचा तो उसकी कुछ दुरी पर खड़ी माँ ने उसे देख लिया जिसपर उसने लड़की के भाई को वहां बुलवा लिया। लड़की के भाई को आग बबूला देख संदीप वहां से भाग निकला जिसके बाद लड़की के भाई ने ही लड़की का उसी की चुन्नी से गाला दबा दिया। जिसके बाद लड़की की माँ ने गुहार लगाकर संदीप (मनीषा का प्रेमी) को फसवा दिया। पुलिस द्वारा पकडे जाने से पहले संदीप ने यह सब ग्रामीणों से बताया था। वहीं दबाव में घरवालों द्वारा लड़की से संदीप पर बयान दिलवाया गया।
लड़की की तरफ से लिखित तहरीर में भी लड़के के भाई सतेंद्र ने लिख कर दिया था कि उसकी बहन जोकि माँ से कुछ दुरी पर मौजूद थी घास काट रही थी जिसके पास संदीप जान से मारने की नियत से आया व गला दबा दिया। मेरी बहन चिल्लाई तो मेरी माँ रामा उसे बचाने पहुंची तो संदीप भाग गया। यह घटना करीब 9.30 बजे की है। मैं चाहता हु इसपर कार्यवाई की जाए। (यह तहरीर घटना के दिन पुलिस थाने में मामले के राजनितिक तूल पकड़ने से पहले की है। ज्ञात रहे कि मौजूद थानाप्रभारी दलित जाति से ही आते है)
इसमें कही भी न तो छेड़छाड़ की बातें थी न ही रेप की। वहीं घटना के तुरंत बाद भी लड़की के बयान की हमें एक ग्रामीण ने वीडियो भेजी है जिसमे लड़की सिर्फ संदीप का नाम लेकर कह रही है कि एक ही लड़का था जिसने हाथ से गला दबाया। यह वीडियो मौके पर मौजूद उस व्यक्ति ने भेजी है जिसका बयान हमने ऊपर शामिल किया है।
क्या कह रहा पूरा गाँव(निचोड़)
पुरे गाँव के दर्जनों लोगो से बात करने पर प्रधान से लेकर मौके पर मुजूद लोगो ने बताया कि लड़की के लड़के के साथ बेहद करीबी संबंध थे। जिसमे वह कई बार पकडे गए व जिसकी वजह से लड़की के भाई ने कई बार लड़की को मारा पीटा था। प्रधान पति ने बताया इस विषय पर पंचायत भी हुई। उन्होंने कहा दोनों में विवाह करवा दीजिये जिसपर दोनों पक्ष तैयार नहीं हुए। कुछ दिन पहले यह दोनों फिर पकडे गए थे। जिसपर दोनों के घरवालों द्वारा दोनों की जमकर पिटाई करी गयी थी। इसी प्रकरण में लड़का जब बहुत दिनों बाद जब गाँव वापस आया तो उसे लड़की ने मिलने को बुलाया था। जिसको मनीषा की माता जोकि 15 से 20 कदमो की दुरी पर थी उन्होंने देख लिया था। इसके बाद के हिस्से में हमें अलग अलग बयान मिले लेकिन यह तय था कि तीन अन्य लोग जिसमे दो संदीप के चाचा है उनको जबरन घसीटा गया है जोकि वारदात पर मौजूद ही नहीं थे। इनमे से एक रामु के मालिक से हमारा संपर्क हो पाया जिन्होंने रामु के उस दिन काम पर रहने की पुष्टि करी। वहीं उन्होंने रामु के मोबाइल लोकेशन को निकालने की भी गुजारिश करी ताकि सभी अन्य दो लोगो के घटना स्थल पर न होने की पुष्टि हो जाए।
सोशल मीडिया पर घूम रही वीडियो की सच्चाई जिसमे लड़की का है बयान कि तीन अन्य लोगो ने किया है दुष्कर्म
शुरू की तीन वीडियो के इतर एक अन्य वीडियो सोशल मीडिया पर घूम रही है जिसमे अस्पताल में भर्ती पीड़िता बताती है कि उसके साथ गलत हुआ है। इस वीडियो को लेकर यह कहा जा रहा है कि इसे पीड़िता के भाई ने जबरन इसे बनवाया है जिसमे लड़की सिर्फ हाँ हाँ कर रही है। ज्ञात होकि दोनों पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं हुई है। वहीं जीभ काटने व आँख फोड़ने की बाते भी नकार दी गयी है। मौके पर मौजूद लोगो ने भी इसे नकार दिया है। पीड़िता की मौत का कारण गले की हड्डी के डिस्प्लेस हो जाने को बताया गया है। वहीं किसने पीड़िता का गला दबाया यह जांच का विषय है क्यूंकि लड़की की माँ महज 15 से 20 कदमो की दूसरी पर खड़ी थी।
NOTE: इस रिपोर्ट में कई अन्य चीजे जोड़ी जानी बाकी है (जैसे की अन्य आरोपी बनाये गए लोगो की मोबाइल लोकेशन, उनका स्थान व संदीप के पिता जी का बयान) कृपया सभी अपडेट पाने के लिए हमारे ट्वीटर अकाउंट @fDikhanaको फॉलो कर लें। यह मीडिया पोर्टल डीयू के प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान के मीडिया छात्रों द्वारा चलाया जा रहा है जिसके संपादक अंतर्राष्ट्रीय मीडिया संस्थानों जैसे एशिया टाइम्स, वाशिंटन पोस्ट, जिहाद वाच, मॉडर्न डिप्लोमेसी, कुर्रिएर इंटरनेशनल के लिए लेख लिखते है।
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