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पुजारी को जलाने वाले एक महीने पहले कर चुके है गौ हत्या, मीणा बहुल क्षेत्र में ब्राह्मणों से द्वेष है आम

करौली: राजस्थान के करौली स्थित सपोटरा विधानसभा में एक पुजारी को जिन्दा जलाये जाने से जहां पुरे देश में रोष है तो वहीं परिजनों ने अपनी मांग पूरी ना होने तक शव को न जलाने की बाते कही है।

ज्ञात होकि राधा कृष्ण मंदिर के पुजारी बाबूलाल वैष्णव जी को उनकी ज़मीन पर ही खेती न करने देने पर मीणा समाज के लोगो ने उनसे पहले भी कई बार मारपीट करी थी। 8 अक्टूबर को जब पुजारी अपनी मंदिर के निकट स्थित ज़मीन पर गए थे तभी उनपर शंकर मीणा, कैलाश मीणा, कैलाश की पत्नी, कृष्ण, कृष्ण की पत्नी व लखन ने मारना पीटना शुरू कर दिया। जिसके बाद उनपर पेट्रोल व केरोसिन छिड़क कर आग लगा दी गयी।

घटनास्थल से करीब 500 मीटर की दुरी पर जब पीड़ित के परिजनों ने आग जलते देखी तो वह उन्हें बचाने मौके पर पहुंचे। पुजारी को बचाये जाने तक उनका शरीर काफी जल चूका था जिसके बाद उन्हें तुरंत पास के क्लिनिक ले जाया गया। पुजारी की गंभीर हालत होने के कारण उन्हें करौली रेफेर किया गया जहां से परिजन उन्हें सीधे जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां इलाज के दौरान पीड़ित ने दम तोड़ दिया।

घटना पर मौजूद कई लोगो व ग्रामीणों से जब हमने संपर्क किया तो पता चला कि पूरा इलाका मीणा बहुल है जहां अकसर मीणा समाज के लोग दबंगई करते रहते है। इलाके से किरोड़ी लाल मीणा व रमेश मीणा जैसे दिग्गज नेता आते है जिससे इनके प्रभुत्व का अंदाजा लगाया जा सकता है।

सपोटरा विधानसभा में पहले भी ऐसी कई घटनाये हो चुकी है जहां मीणा समाज के दबंग सामान्य वर्ग के लोगो के साथ जातिगत भेदभाव को अंजाम दें चुके है। अन्य समाज के लोगो से आपको ‘यहाँ मीणा जातिवाद करते है’ आमतौर पर सुनने को मिल जायेगा।

एक महीने पहले गौ वध में आया था नाम
पीड़ित पुजारी के परिजनों ने हमें बताया कि कैलाश मीणा व इसके एक अन्य साथी ने एक माह पहले एक गौ को जान से मार डाला था जिसपर गाँव में खूब बवाल भी हुआ था। परिजनों ने बताया कि कैलाश मीणा के इस जघन्य कृत्य पर पर्दा डालने के लिए ग्रामीणों ने उन्हें गंगा नहाने की बात कह बचा लिया था। पीड़ित पक्ष के मुताबिक जब ऐसे अपराधी खुलेआम गौ हत्या कर सकते है तो पुजारी को जलाने में कहा संकोच करते।

वहीं क्षेत्र में ब्राह्मणों को लेकर भी घृणा अपने चरम पर रहती आई है। जिसके कारण अकसर ब्राह्मण समुदाय को सरेआम कई बार जलील व फर्जी मुकदमो में फसाया जा चूका है।

पीड़ितों ने करी 50 लाख की मांग
पीड़ित परिवार ने सरकार से 50 लाख के आर्थिक मुआवजे की मांग करी है। पुजारी के परिवार में 6 बेटियां व एक मानसिक रूप से दिव्यांग बेटा भी है। वहीं खस्ता आर्थिक हालत को देखते हुए भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा जी ने भी एक लाख की आर्थिक सहायता पीड़ित पक्ष को मुहैय्या कराई है।

मांग पूरी न होने तक दाह संस्कार नहीं करेगा परिवार
पीड़ित पक्ष ने हमें बताया कि उनकी सभी मांग पूरी न होने तक वह दाह संस्कार नहीं करने वाले है। पीड़ितों की मांग है कि सभी शेष आरोपियों को गिरफ्तार व दोषी पुलिस कर्मियों को तुरंत ससपेंड किया जाए। ऐसा नहीं होने तक पीड़ित पक्ष दाह संस्कार नहीं करेगा।


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