नई दिल्ली: केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में राहुल गांधी ने आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर किसानों के हस्ताक्षर सौंपे, उन्होंने दावा किया कि 2 करोड़ किसानों ने कृषि कानून के विरोध में हस्ताक्षर किया है।
उधर कांग्रेस नेताओं को गुरुवार को एआईसीसी मुख्यालय के बाहर दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया था, जब वो कृषि कानूनों के खिलाफ “दो-करोड़ किसानों” द्वारा ज्ञापन प्रस्तुत करने के लिए राष्ट्रपति भवन की ओर मार्च करने के लिए निषेध आदेशों का उल्लंघन किया था।
हालांकि कांग्रेस के 2 करोड़ हस्ताक्षर वाले अभियान पर भाजपा ने चुटकी लेते हुए सवाल खड़े किए हैं। आज संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी नकली हस्ताक्षर लेकर राष्ट्रपति के पास जा रहे हैं। गोआ से छुट्टी मनाके आए हैं दो करोड़ हस्ताक्षर हो गए उन्होंने ये दो करोड़ हस्ताक्षर कब करवा लिया ?”
आगे बोले “अगर इनके पास अगर दो करोड़ वोटर होते तो आज कांग्रेस पार्टी की ये हालत नहीं होती। दो करोड़ लोग हस्ताक्षर करेंगे तो चारों तरफ इसका प्रचार होता। ये वही कांग्रेस पार्टी है जिन्हें जनता ने रिजेक्ट किया है। दो करोड़ हस्ताक्षर करते करते बेचारे रणदीप सुरजेवाला के हाथों की उंगलियां सूज गई हैं।”
गौरतलब है कि राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकालने के लिए कांग्रेस के सांसद और नेता आज सुबह पार्टी कार्यालय पर एकत्र हुए, पुलिस ने धारा 144 सीआरपीसी को बाहर रखा और मार्च को रोका। केवल राहुल गांधी, गुलाम नबी आजाद और अधीर रंजन चौधरी को आगे बढ़ने दिया गया। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए अपने हस्तक्षेप का आग्रह किया।
एआईसीसी के बाहर, प्रियंका वाड्रा, जयराम रमेश, कुमारी शैलजा, रणदीप सुरजेवाला केसी वेणुगोपाल, दीपेंद्र हुड्डा, परनीत कौर और अन्य सहित कांग्रेस नेता सड़क पर विरोध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी करते हुए और सरकार विरोधी बैनर उठाए। बाद में उन्हें हिरासत में लिया गया और मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन ले जाया गया।
वाड्रा ने केंद्र पर कहा कि “सरकार ने किसानों को पाखण्डी करार देकर पाप किया है।” उन्हें देशद्रोही कहने का पाप करते हुए उन्होंने कहा कि यह सरकार की जिम्मेदारी थी कि वह किसानों की मांगों पर ध्यान दे।