मसूरी: बॉलीवुड कलाकार व निर्माता विवेक अग्निहोत्री अपनी आगमी वेब सीरीज ‘द कश्मीर फाइल’ की शूटिंग के लिए आजकल मसूरी में हैं।
कश्मीरी पंडितों के नरसंहार की व्यथा बताने वाली इस फ़िल्म में विवेक अग्निहोत्री के साथ अभिनेता अनुपम खेर भी हैं और वो भी आजकल मसूरी में ही हैं। मसूरी प्रवास के दौरान एक्टर अनुपम खेर ने विस्थापित कश्मीरी पंडित मोहल लाल रैना से मुलाकात की। बता दें कि अनुपम खेर खुद भी इसी समुदाय से आते हैं लिहाजा कश्मीरी पंडितों के विस्थापन का दर्द भी बखूबी जानते समझते हैं।
वहीं जब अनुपम खेर ने 87 वर्ष के कश्मीरी पंडित मोहन लाल रैना से बातचीत की तो रैना भावुक हो गए और उन्होंने अपना दर्द भी एक्टर के साथ कुछ पंक्तियों में साझा किया। मोहन लाल ने उन्हें बताया कि वह कश्मीर में बारामूला जिले के घोशबू गांव के रहने वाले हैं। तीस वर्ष पहले घाटी में जब आतंकवादियों ने कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार किए तो जान बचाने के लिए उन्होंने भी परिवार के साथ गांव छोड़ दिया और मसूरी आ गए। मसूरी में उन्होंने रेडीमेड गारमेंट की दुकान शुरू की और अब यही उनके परिवार के भरण-पोषण का जरिया है।
रैना ने अनुपम को किस्सा बयां किया कि एक बार उनके दोस्त ने पूछा आप कहा रहते हैं। तब उन्होंने चंद लाइनें लिखीं और अपने दोस्त को सुना दीं। रैना ने कहा कि ‘हम जहां रहते थे उसको फिरदौस कहते हैं, जमाने ने करवट बदली और हम बेघर हो गये, हमें बदबाद कर डाला, उस घर से कूच करने से पहले हमने नहीं सोचा कि कहां जा रहे हैं और कहां मंजिल होगी, जलते बदन पर नजर डाली तो अपना घर याद आया, पूछूंगा उस कायनात बनाने वाले से कि हमने तेरा क्या बिगाड़ा था।’