फैक्ट चेक: राम मंदिर के लिए दान करने से मना करने पर घर को चिन्हित कर, सरकारी अधिकारियों को दी जा रही सूचना

अयोध्या में प्रभु श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए देशभर में निधि समर्पण अभियान चल रहा है। जिसमें देश विदेश के सभी राम भक्त स्वेच्छा से अपनी इच्छाशक्ति अनुसार सहयोग कर रहे हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राम मंदिर निर्माण के लिए ₹500100 का अनुदान दिया।

जहां एक तरफ मंदिर निर्माण के लिए लोगों का अपार सहयोग मिल रहा है वहीं दूसरी तरफ यह बात कुछ लोगों को हजम नहीं हो रही हैं। कुछ लोगों द्वारा लगातार माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है।

फैलाई जा रही है फेक न्यूज

https://twitter.com/devduttmyth/status/1350753786646577154?s=20

“हिंदुत्व भारत में राम मंदिर के लिए हर घर से पैसा इकट्ठा कर रहा है… अगर आप मना करते हैं तो आपके घर को चिन्हित किया जाता है और सरकारी अधिकारियों को सूचना दी जाती है”… क्या यह सच है या नकली खबर है? कोई बताए?

यह ट्वीट लगातार हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने वाले देवदत्त पटनायक ने किया है, आश्चर्य की बात यह है कि उन्होंने इस ट्वीट के जरिए प्रश्न पूछ कर अपना कमेंट सेक्शन बंद कर रखा है जिसका सीधा मतलब है कि वे भ्रामक जानकारियां फैलाना चाह रहे हैं। वे काफी लंबे समय से ऐसा करते आ रहे हैं।

फैलाई जा रही भ्रामक जानकारी की सत्यता की पड़ताल करने के लिए जब हम आगे बढ़े तब पता चला की इस तरह की बातों में कोई दम नहीं। इस विषय में हमने जब एबीवीपी नेता से उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि, देवदत्त पटनायक का यह ट्वीट मंदिर निर्माण विरोध और उनकी हिंदू घृणित मानसिकता के अलावा कुछ नहीं है।

“राम मंदिर के लिए पैसा दान करने से मना करने पर आपके घर को चिन्हित कर सरकारी अधिकारियों को दी जा रही है सूचना” इस खबर पड़ताल में हमने पाया कि फैलाई जा रही खबर घृणित और भ्रामक है।

हिंदुफोबिया के शिकार है देवदत्त

ऐसा पहली बार नहीं है कि देवदत्त हिंदू हो या हिंदू धर्म को अपने ट्वीट के जरिए निशाने पर ले रहे हैं वह पहले से ही ऐसा करते आ रहे हैं। इससे पहले उन्होंने एक ट्वीट में लिखा था, ‘एक समय था जब हिंदू ही हिंदू देवी देवताओं के बारे में मजाक कर सकता था, हमारे भगवान हंसते थे, आज हम ऐसा नहीं कर सकते हैं हमारे राजनेताओं को दिक्कत है इस्लाम एक मानदंड है’।

https://twitter.com/devduttmyth/status/849160501569495041?s=20

इच्छाशक्ति के अनुसार से रहे हैं चंदा

राम मंदिर निर्माण के लिए गुजरात के व्यापारी गोविंद भाई ढोलकिया ने 11 करोड़ रुपए का चंदा दिया। वहीं एक अन्य व्यापारी महेश कबूतर वाला ने 5 करोड रुपए तथा लवजी बादशाह ने 1 करोड़ रुपए का दान दिया। इसके अलावा कई व्यापारियों ने 5 लाख से लेकर 21 लाख रुपए का समर्पण दान दिया। यह अभियान करीब डेढ़ महीने तक चलेगा। इसमें हर कोई अपनी इच्छाशक्ति के अनुसार चंदा दे सकता है।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के जनरल सेक्रेटरी चंपत राय ने बताया कि राम मंदिर निर्माण के लिए शुरुआती 3 दिनों में ही करीब 100 करोड़ रुपयों का चंदा मिल चुका है।

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