हल्दिया: आज रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के हल्दिया में एक जनसभा को संबोधित किया।
अपना भाषण शुरू कर प्रधानमंत्री ने बंगाल की ममता बनर्जी वाली सरकार पर चौतरफा हमला बोला। केंद्रीय बजट 2021 के बारे में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस साल के बजट में चाय बगानों से जुड़े लाखों साथियों पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। इनके लिए 1 हज़ार करोड़ रुपए के पैकेज की व्यवस्था की गई है। इस पैकेज का बहुत बड़ा लाभ पश्चिम बंगाल के चाय बगान से जुड़े साथियों को, विशेषतौर पर हमारी बहनों को मिलेगा।
पहली कैबिनेट बैठक में पीएम किसान का काम:
प्रधानमंत्री ने बंगाल के किसानों से बड़ा वादा किया। उन्होंने कहा कि बंगाल में भाजपा की सरकार बनेगी और पहली कैबिनेट में किसानों की योजना को तेज गति से लागू करेंगे। पीएम किसान सम्मान निधि योजना का बकाया पैसा भी बंगाल के किसानों को देंगे।
आगे प्रधानमंत्री ने प्रदेश में अपनी सरकार की कई योजनाएं न लागू करने के लिए ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि लोगों की मदद के लिए केंद्र सरकार ने जो पैसे भेजे उसका इन लोगों ने क्या किया, ये पश्चिम बंगाल के लोग भलीभांति जानते हैं। अब जब पश्चिम बंगाल के किसानों ने ममता दीदी को सबक सिखाने का मन बना लिया है, तो सिर्फ कहने के लिए कुछ दिन पहले राज्य सरकार ने बेमन से इस योजना से जुड़ने की सहमति दे दी है।
पीएम किसान पर घिरीं ममता:
प्रधानमंत्री ने किसानों के मुद्दे पर बोलते हुए पीएम किसान सम्मान निधि योजना का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इसमें पश्चिम बंगाल के भी लाखों किसान परिवार हो सकते थे। लेकिन यहां के एक भी किसान को ये लाभ नहीं मिल पाया, क्योंकि यहां की सरकार ने इस योजना से जुड़ने से ही इनकार कर दिया था। सोचिए, पश्चिम बंगाल के किसानों के साथ कितना बड़ा अन्नाय किया गया। कोरोना के दौरान देशभर के किसानों के बैंक खाते में पीएम सम्मान निधि के तहत हजारों करोड़ रुपए जमा किए गए।
केवल 6 हजार किसानों के नाम मिले:
आगे कहा कि अभी तक इस योजना के तहत देश के 10 करोड़ से अधिक छोटे किसान परिवारों के बैंक खाते में 1 लाख 15 हज़ार करोड़ रुपए जमा किए जा चुके हैं। और यहाँ ऐसी सरकार है जिसने सिर्फ 6 हजार किसानों के नाम तय कर पाई है। सोचिए, सिर्फ 6 हजार किसान।
किसानों के पास सीधे पैसे जाएं, इससे यहां की सरकार को कितनी दिक्कत है, ये सिर्फ एक आंकड़े से समझ आता है। बंगाल के लाखों किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ मिल सकता है। इसमें से 25 लाख से ज्यादा किसानों ने TMC सरकार के पास इस सुविधा का लाभ लेने के लिए अप्लाई किया हुआ है।
अंत में कहा कि मां-माटी-मानुष कहने वालों की संवेदनहीनता, बंगाल का हर किसान देख रहा है, महसूस कर रहा है। किसान के नाम पर कौन अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक रहा है, और कौन किसानों के जीवन से एक एक परेशानी दूर करने के लिए दिन-रात काम कर रहा है, ये देश पिछले 6 साल से देख रहा है।