फोन पर अश्लील बातें करने वाले दलित युवक की गिरफ्तारी की बजाय पीड़ित परिजनों को Sc/St एक्ट में जेल

बाँदा: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में युवती के साथ छेड़छाड़ और फोन पर अश्लील बातें करके परेशान करने वाले दलित युवक को बांदा पुलिस अभी तक गिरफ्तार नही कर सकी है।

जबकि उल्टा युवती के परिजनो के खिलाफ ही छुआछूत में मारपीट के झूठे आरोप में एससी एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज कर युवती के परिजनो को जेल में डाल दिया।

जबकि युवती के परिजन 1 महीने पहले ही दलित युवक द्वारा अपनी बेटी को छेड़ने और मोबाइल पर अश्लील बातें करने के सारे सबूत और कॉल रिकॉर्डिंग ओरन के चौकी इंचार्ज ए पी गौरव को सौंप चुके हैं बावजूद इसके अभी तक आरोपी दलित युवक की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

FIR by Victim Family Dated January29, 2021

आपको बता दें कि घटना बांदा जिले के बिसंडा थाना के तेंदुरा ग्राम पंचायत की है। तेंदुरा ग्राम पंचायत के शंकरपुरवा मजरा निवासी दलित युवक भगवती वर्मा (रैदास) पुत्र रामचन्द्र वर्मा (रैदास) पड़ोस की युवती अंजू यादव पुत्री नत्थू यादव के मोबाईल पर विभिन्न नंबरों से फोन करके पिछले कई दिनों से अश्लील बातें करके परेशान कर रहा था और जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बना रहा था।

जिससे तंग आकर युवती ने परिजनों को आपबीती बताई। जब युवती के परिजनों ने इस बात की शिकायत भगवती के पिता रामचन्द्र वर्मा से की तो उल्टा वह परिजनों से ही गाली गलौज करने लगे। जिससे दोनों पक्षों में कहासुनी व हाथापाई भी हो गई।

ग्राम प्रधान रामलाल जैन की मदद से मीडिया में छुआछूत में मारपीट की फर्जी खबर चलाई। आरोपी दलित ने ग्राम प्रधान रामलाल जैन जो कि स्थानीय पत्रकार भी है, की मदद से आरोपी दलित युवक के पिता ने छेड़छाड़ की घटना को छुआछूत में मारपीट की घटना बताकर मीडिया में फर्जी खबर चलवाई जिसे मुख्यधारा की मीडिया ने भी खूब चलाया। जिसे हमने पर्दाफाश करते हुए असलियत देश के सामने लाया।

अलग अलग नंबरों से फोन करके संबंध बनाने का दबाव डालता था आरोपी दलित युवक:

आरोपी दलित युवक अपने बचने के लिए दूसरे लोगो से परिजनों से बात करने का बहाना बनाकर फोन मांगता था और अलग अलग नंबरों से युवती को फोन पर अश्लील बातें करके परेशान करता था। गांव के ही दलित युवक अमृत पुत्र रमेश और पंडा पुत्र जगरूप से परिजनो से बात करने का बहाना बनाकर फोन मांगता था और फिर युवती को फोन लगाकर जबरदस्ती संबंध बनाने का दबाव बनाता था।

कभी कभी अपने मौसी के लड़के भूरा के मोबाइल से भी फोन करके यही हरकत करता था। कई मोबाईल नम्बर है जिससे 23, 24 और 25 दिसंबर को लगातार फोन किया था भगवती ने।

बांदा पुलिस ने भी छुआछूत मे मारपीट की घटना को बताया झूठा:

दलित रामचन्द्र वर्मा द्वारा युवती के परिजनों पर छुआछूत मे मारपीट के आरोप को बांदा पुलिस ने भी झूठा बताया है। बातचीत में थानाध्यक्ष ने हमें इसकी पुष्टि करी है कि छुआछूत की घटना पूर्णतः असत्य है। जोकि हमारी जांच में भी फर्जी पाई गई है।

तेंदुरा थाने के एसएचओ नरेंद्र कुमार सिंह ने भी हमसे बातचीत में छुआछूत की घटना को पूर्णतया असत्य बताते हुए पूरे वाकए को छेड़छाड़ की घटना बताया था।

दलित युवक की नहीं हो सकी गिरफ़्तारी, उल्टा परिजनों ने काटा 3 दिन का जेल:

छेड़खानी करने के आरोपी दलित युवक को बांदा पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है। जबकि उल्टा एससी एसटी एक्ट के कारण पीड़ित परिवार को ही 3 दिन जेल काटना पड़ा।

+ posts

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Previous Story

जिस संविधान निर्माण के श्रेय का असल हकदार अंबेडकर बी एन राऊ को मानते थे उन्हें भारतीय समाज ने भुलाया

Next Story

108 वर्षीय साधू ने राम मंदिर को दिया 2.5 लाख का दान, नाभि तक थी नर्मदा की बाढ़ फिर भी नहीं छोड़ा था तप

Latest from देश विदेश - क्राइम

कर्नाटक हाईकोर्ट ने SC-ST एक्ट मामले में 99 को दी जमानत, चार झोपड़ी जलाने के आरोप में मिली थी आजीवन कारावास

कर्नाटक: हाईकोर्ट की धारवाड़ बेंच ने बुधवार को कोप्पल जिले के गंगावती तालुक के मरकुंबी गांव…