उज्जैन: नए वर्ष में महाकाल के दर्शन करने उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बड़े रूद्र सागर क्षेत्र में त्रिवेणी संग्रहालय से लेकर फैसिलिटी सेंटर तक तैयार किया जा रहा आकर्षक महाकाल पथ खोल दिया जाएगा।
कलेक्टर आशीष सिंह ने इस संबंध में आज स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे 31 दिसंबर तक हर हाल में महाकाल पथ का कार्य पूर्ण करें। साथ ही उन्होंने स्मार्ट सिटी को त्रिवेणी संग्रहालय पर बनाये जा रहे सरफेस पार्किंग, विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को फैसिलिटी सेंटर टू कार्य भी 31 दिसंबर तक तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इस तरह नए वर्ष में श्रद्धालुओं को महाकाल महाराज विकास योजना की और से बड़ी सौगात मिलने जा रही है।
उल्लेखनीय है कि आकर्षक म्यूरल वाल पेंटिंग्स, मूर्तियां एवं फव्वारे आदि लगाकर त्रिवेणी से महाकाल मंदिर तक महाकाल पथ तैयार किया जा रहा है इससे श्रद्धालुओं को अत्यधिक सुविधा होगी।
कलेक्टर आशीष सिंह ने आज बृहस्पति भवन में स्मार्ट सिटी, उज्जैन विकास प्राधिकरण एवं नगर निगम के अधिकारियों की बैठक लेकर श्री महाकाल महाराज विकास योजना के विभिन्न घटकों की समीक्षा की। इस अवसर श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक एवं एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी, नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल, स्मार्ट सिटी के सीईओ जितेंद्रसिंह चौहान, उज्जैन विकास प्राधिकरण के सीईओ सुजान सिंह रावत एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे
स्मार्ट सिटी के कार्यों की साइट पर टाइमर लगाने के निर्देश
कलेक्टर ने बैठक में स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को निर्देशित किया कि वे उनके द्वारा किए जा रहे हैं सभी कार्यों जिनमें महाकाल क्षेत्र, सिद्धवट व काल भैरव आदि के कार्य शामिल है की समयावधि दर्शाने के लिए साइट पर टाइमर लगवाएं। जिससे लोगों को पता चले कि उक्त कार्य कितने दिनों में पूर्ण होने जा रहा है।
त्रिवेणी से चार धाम मार्ग का निर्माण कार्य 7 सितंबर से प्रारंभ करने के निर्देश
कलेक्टर ने बैठक में जमीन अधिग्रहण एवं मुआवजे के अवार्ड पारित करने की समस्त कार्यवाही तेजी से पूर्ण करने के निर्देश देते हुए कहा है कि त्रिवेणी से चार धाम मार्ग का चौड़ीकरण भगवान श्रीमहाकालेश्वर की अंतिम सवारी के तुरंत बाद 7 सितंबर से प्रारंभ किया जाए। इसी तरह उन्होंने बड़ा गणेश से छोटा रुद्र सागर मार्ग की जमीन अधिग्रहण की औपचारिकताएं भी समय सीमा में पूर्ण करने को कहा है।
कलेक्टर ने बैठक में रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी से दूरभाष पर चर्चा कर हरि फाटक ओवर ब्रिज की भुजाओं के चौड़ीकरण के संबंध में तकनीकी सहयोग के लिए रेलवे के अधिकारी को उज्जैन भेजने का आग्रह किया।