धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश में पिछले दिनों सवर्णों के भारी विरोध प्रदर्शन के बीच सामान्य वर्ग आयोग की मंजूरी मिलने के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार का आर्थिक आरक्षण लागू करने वाला बयान सामने आया हैं।
उन्होंने सामान्य वर्ग आयोग का समर्थन करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि देश में जातिगत आधारित आरक्षण को भी पूरी तरह समाप्त कर देना चाहिए।
80 फीसदी जनता जातिगत आरक्षण से परेशान
धर्मशाला – पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने अपने फेसबुक पोस्ट को ट्वीट करते हुए कहा कि देश की लगभग 80 फीसदी जनता जातिगत आरक्षण से परेशान है। समय आ गया है अब जातिगत आधारित आरक्षण को पूरी तरह समाप्त करके केवल आर्थिक आधार पर आरक्षण दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा इतने लम्बे समय से आरक्षण का लाभ उठाने के बाद भी आरक्षित जातियों के गरीबों को पूरा लाभ नहीं मिल पाया हैं। ग्लोबल हंगर इन्डैक्स की रिपोर्ट के अनुसार भारत दुनिया के सबसे गरीब 130 देशों में नीचे 117 क्रमांक पर है।
उसी रिपोर्ट में कहा गया कि 19 करोड़ 40 लाख लोग लगभग भूखे पेट सोते हैं। इनमें एक अनुमान के अनुसार 12 करोड़ लोग आरक्षित जातियों के है। आरक्षित जातियों में आरक्षण का लाभ ऊपर के लोगों को हुआ हैं।
आगे उन्होंने कहा एक तरफ देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है और दूसरी तरफ 19 करोड़ गरीब रात को भूखे पेट सोते है।
आगामी आंदोलनों को समर्थन की घोषणा
पिछले दिनों धर्मशाला में हुए विरोध प्रदर्शन को ऐतिहासिक बताते हुए उन्होंने देश के नेताओं से भी आग्रह किया है कि जाति आधारित आरक्षण को तुरन्त समाप्त किया जाए नही तो धर्मशाला जैसा आन्दोलन अब पूरे देश में होगा और अब होना भी चाहिए। उन्होंने कहा ऐसे महत्वपूर्ण आन्दोलन को शुरू होने से पहले ही वह पूरे समर्थन की घोषणा करते है।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.