राजस्थान- उदयपुर के एक सरकारी स्कूल में कार्यरत शिक्षक द्वारा करवाचौथ का व्रत रखने वाली महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने का मामला सामने आया है, जहां शिक्षक ने वाट्सएप स्टेटस शेयर करते हुए करवाचौथ का व्रत रखने वाली महिलाओं को गधी बताया हैं।
ग्रामीणों में भारी आक्रोश
मामला उदयपुर के झालोड़ थाना क्षेत्र का है, जहां दमाणा गाँव के सरकारी स्कूल में कार्यरत अंग्रेजी के शिक्षक केशूलाल प्रजापति ने अपने वाट्सएप स्टेटस पर एक फोटो शेयर करते हुए करवा चौथ का व्रत रखने वाली और कथा सुनाने वाली महिलाओं को दोनों को गदहरी (गधी) बताया हैं।
घटना की जानकारी लगते ही आक्रोशित ग्रामीण एसडीएम ऑफिस पहुंच गए और शिक्षक केशूलाल प्रजापति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करने लगे, इतना ही नहीं घटना से नाराज लोगों ने थाने पहुंच कर शिक्षक केशूलाल के खिलाफ पुलिस को एक लिखित आवेदन भी सौंपा हैं।
वहीं स्कूल स्टाॅफ और लोगों का कहना है कि शिक्षक केशूलाल प्रजापति इससे पहले भी सोशलमीडिया पर हिन्दूओं के धार्मिक त्यौहारों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करता रहा है, वहीं इस पूरी घटना के बाद स्कूल प्रिंसिपल मनीष जोशी ने भी शिक्षक के खिलाफ नोटिस जारी कर जवाब मांगा हैं।
मामला बढ़ता देख मांगी माफी
इधर स्कूल प्रिंसिपल द्वारा जारी नोटिस और मामले को बढ़ता देख शिक्षक केशूलाल ने माफी मांग ली है और अपना वाट्सएप स्टेटस शेयर करते हुए लिखा कि मेरे मन में स्त्री और पुरुष में कोई भेदभाव नहीं है। हम सभी को अपने भाई बहन की दृष्टि से देखते है और उनका सम्मान करते हैं।
फिर भी जाने अनजाने में हुए मेरे कृत्य से किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची हो तो मैं क्षमा प्रार्थी हूं, ईश्वर मुझे माफ करने की दया करें।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.