Ground Report: कानपुर में दो ब्राह्मण महिलाएं जिंदा जली, SDM लेखपाल पर आग लगाने का आरोप, जलते छप्पर पर चलाया था बुलडोजर

कानपुर देहात. उत्तरप्रदेश के कानपुर देहात में रूरा थाना क्षेत्र के मण्डौली गाँव में जलकर हुई दो महिलाओं की मौत के मामले में परिजनों ने बेहद खौफनाक खुलासे किये हैं। बीते दिन सोमवार की दोपहर छप्पर की झोपड़ी को बुलडोजर से तोड़ने पहुंचे प्रशासन पर आरोप है कि उन्होंने जलते छप्पर पर बुलडोजर चला दिया जिससे पूरा घर नीचे आ गिरा। दबने से दोनों माँ और बेटी की जिन्दा जलकर मौके पर ही मौत हो गई।

क्या था मामला
पुलिस को दी तहरीर के मुताबिक 14 जनवरी को अतिक्रमण की एक शिकायत पर प्रशासन ने उनके पक्के घर को तोड़कर गिरा दिया जिसमें पिछले दस दशकों से परिवार रहता आ रहा था। घर में माँ, बेटी, बहु के सड़क पर आते ही कृष्ण दीक्षित ने अपने बेटों के साथ मिलकर एक छप्पर से बनी झोपड़ी तैयार की और उसमें रहने लगे। परिवार का आरोप है कि लेखपाल ने उनसे 5 हजार रूपए मांगे थे। नहीं देने पर वह एक बार फिर मैथा एसडीएम जानेश्वर प्रसाद, लेखपाल अशोक सिंह और रुरा थाना एसएचओ दिनेश कुमार गौतम के साथ JCB को लेकर 13 फरवरी को दोपहर तीन बजे घर गिराने आ धमके।

इस बार घर की महिलाओं ने अपने आशियाने को तोड़ने का विरोध किया और झोपड़ी से बाहर जाने का मना कर दिया। परिजनों ने आगे बताया कि गुस्साए SDM ने लेखपाल से झोपड़ी पर आग लगाने को कहा जिसके बाद उन्होंने छप्पर को पहले आग के हवाले कर दिया। जब आग ज्यादा भड़क गई तो प्रशासन ने झोपड़ी के ऊपर JCB चलवा दी जिससे छप्पर का भारी भरकम पेड़ की लकड़ियों से बना छप्पर नीचे आ गिरा। छप्पर गिरने के साथ ही दोनों माँ और बेटी उसके नीचे दब गई।

हालांकि पीड़ितों को बचाने के बजाए SDM और SHO अपनी टीम को लेकर वहां से फरार हो गए। वहीं आग में दोनों फंसी महिलाएं जिंदा जलकर मर गईं। आग बुझने तक दोनों का शरीर खाक में तब्दील हो चूका था जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।

बेटे ने बताई आप बीती
मृतका के बेटे शिवम ने रोते हुए बताया कि एसडीएम, एसओ, लेखपाल ने मिलकर उनके घर में आग लगा दी थी। उन्होंने आगे कहा कि वह और उसके पिता किसी तरह अपनी जान बचाकर बाहर निकले नहीं तो वे भी मारे जाते। शिवम ने बताया कि झोपड़ी के बाहर बने मंदिर व नल को भी प्रशासन द्वारा तोड़ दिया गया।

साथ ही शिवम ने कहा कि एसडीएम, लेखपाल, जिलाधिकारी ने साजिश के चलते घर में आग लगाकर सब कुछ राख कर दिया। मम्मी और बिट्टी (बहन) अंदर ही रह गए। हम अंदर भी गए, लेकिन उनको बचा नहीं पाए। आग लगाने के बाद SDM कह रहे थे कि कोई भी बच न पाए।”

बात दें कि खबर लिखे जाने तक पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर SDM लेखपाल और JCB ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया था।

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