दमोह- मध्यप्रदेश के दमोह जिले में हटा जनपद क्षेत्र के एक समाजसेवी युवक दीनदयाल पटेल पर एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया हैं। युवक का आरोप है कि लेनदेन कर समझौता न करने पर उसके ऊपर झूठा और फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया है, जिसके बाद युवक दीनदयाल ने अपने समर्थकों सहित एसपी आफिस पहुंचकर दर्ज एफआईआर की जांच कराने की मांग की हैं।
समझौता करने से मना करने पर फंसाया
समाजसेवी युवक दीनदयाल पटेल ने बताया कि बीते दिनों ग्राम पंचायत अमझर से उसे लगातार लोगों के फोन आ रहे थे कि पंचायत में जालसाजी कर भारी भ्रष्टाचार किया जा रहा है, जिसके बाद 19 जुलाई को वह अमझर गाँव पहुंचा और पंचायत में भ्रष्टाचार से जुड़े कुछ अहम सबूत जुटाकर मीडिया को उपलब्ध करा दिए। इसी बात से नाराज होकर पंचायत के सरपंच गयादीन आदिवासी ने थाने जाकर उसके खिलाफ 294, 323, 34, 506 और एससी एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज करा दी।
आरोपी बनाए गए युवक दीनदयाल का कहना है कि थाने में एफआईआर दर्ज कराने से पहले पंचायत सरपंच गयादीन आदिवासी उससे मिलने मडियादो आए और समझौता करने के नाम पर पैसे देकर मामला निपटाने की कोशिश करने लगे। लेकिन उसने मना कर दिया और पूरी घटना का एक वीडियो भी रिकॉर्ड कर लिया, युवक का कहना है कि जब उसने सरपंच गयादीन के समझौते को स्वीकार नहीं किया तो उसने इसी बात से नाराज होकर उसे झूठे मामले में फंसाया हैं।
वहीं इस पूरे मामले में आरोपी बनाए गए युवक दीनदयाल पटेल ने अपने दर्जनों साथियों के साथ एसपी आफिस पहुंचकर एडिशनल एसपी शिवकुमार सिंह को ज्ञापन सौंपकर एफआईआर की पुनः जांच करने की मांग की हैं। एएसपी शिवकुमार सिंह का कहना है कि युवकों के द्वारा ज्ञापन दिया गया है, एफआईआर की जांच की जा रहीं हैं। जो भी लोग दोषी पाए जाएगें उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.