गुना- मध्यप्रदेश के गुना जिले में वन विभाग में एसडीओ के पद पर कार्यरत एक दलित अफसर की गुंडागर्दी का एक वीडियो सामने आया है, आरोप है कि शराब के नशे में धुत एसडीओ सुरेश अहिरवार ने विद्युत विभाग के कार्यालय पहुंच कर जमकर उत्पात मचाया और विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ मारपीट करते हुए उन्हें जान से मारने तक की धमकी दे डाली। साथ ही जब इस पूरे घटनाक्रम का एक कर्मचारी वीडियो बनाने लगा, तो उन्होंने उसके साथ भी मारपीट शुरू कर दी।
“मैं भगवान हूं, मेरी लाइट काटने वाला दुनिया में पैदा नहीं हुआ”
बता दे कि पूरा घटनाक्रम बमोरी विद्युत विभाग के आवासीय इलाके बताया जा रहा है, जहां सबसे पहले तो एसडीओ सुरेश अहिरवार शराब के नशे में धुत अपनी बिना नंबर की गाड़ी से सायरन बजाते हुए बिजली विभाग के कैंपस में पहुंचे और गाड़ी से उतरते ही विभाग के कर्मचारियों को गंदी-गंदी गालियां देना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि “मैं भगवान हूं, पूरी दुनिया में मेरी लाइट काटने वाला पैदा नहीं हुआ”।
विद्युत विभाग के सहायक प्रबंधक पीयूष कुमार कुशवाहा ने बताया कि वन विभाग के बमोरी कर्यालय व आवासीय क्षेत्र के ऊपर 1 लाख से ज्यादा का बिजली बिल बकाया था। लेकिन कई बार बोलने और सूचना देने के बाद भी बकाया बिजली बिल का भुगतान नहीं गया था, इसलिए विभाग के कर्मचारियों द्वारा बिजली की लाइन काट दी गई थी। लेकिन बाद में बमोरी एसडीओ सुरेश अहिरवार ने फोन कर बताया कि बिजली बिल का भुगतान कर दिया गया है, लाइन चालू कर दीजिए।
सहायक प्रबंधक पीयूष कुमार ने आगे बताया कि बकाया बिल का भुगतान होने के तुरंत बाद विभाग के लाइनमैन को लाइन जोड़ने के लिए भेज दिया था, लेकिन इसी बीच वन विभाग के एसडीओ सुरेश अहिरवार अपने साथियों के साथ शराब के नशे में विद्युत विभाग के आवासीय क्षेत्र में आ गए और हंगामा शुरू कर दिया। इतना ही नहीं जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो उन्होंने कर्मचारियों को जान से मारने की धमकी देते हुए मारपीट शुरू कर दी।
बता दे कि एसडीओ सुरेश अहिरवार का विवादों से पुराना नाता रहा है, उनके खिलाफ पहले भी एक आदिवासी महिला ने छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कराया था। वहीं अब इस पूरे घटनाक्रम के बाद विद्युत विभाग के सहायक प्रबंधक पीयूष कुमार कुशवाहा की शिकायत पर बमोरी पुलिस ने आईपीसी की धारा 294, 323, 353, 506 और 34 के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.