सीतापुर- उत्तरप्रदेश के सीतापुर जिले में बीते चार दिनों से लापता मंदिर के महंत की बेरहमी से हत्या कर दी गई है, आरोपियों ने महंत के शव को दो हिस्सों में काट दिया और शव को बोरी में भरकर कोतवाली क्षेत्र के सिधौली रोड किनारे सुनसान जगह पर फेंक दिया। स्थानीय लोगों से मिली सूचना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया है। खबर है कि इस पूरे मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है।
84 कोस की परिक्रमा के दौरान हुए थे लापता
बता दे कि मृतक मनिराम दास के भतीजे नारायण गिरि ने नियो पालीटिको टीम से बात करते हुए बताया कि उन्होंने कोतवाली प्रभारी को शिकायत पत्र दिया था। जिसमें उन्होंने बताया कि उनके सगे चाचा महंत मनिराम दास (65) शिष्य ब्रह्मा ऋषि निबिया बाबा निवासी गिरधरपुर हरदोई से चौरासी कोस की परिक्रमा के लिए मिश्रिख आए थे, जहां सभी पड़ाव की परिक्रमा पूर्ण करने के बाद वह मिश्रिख में पंचकोसी परिक्रमा कर रहें थे। भतीजे नारायण गिरि ने बताया कि आखिरी बार 24 मार्च को उनसे फोन पर संपर्क हुआ था, जिस पर उन्होंने घर आने की बात कहीं थी। लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी वह घर नहीं लौटे थे।
इतना ही नहीं भतीजे नारायण गिरि ने बताया कि कई बार चाचा के मोबाइल पर फोन से बात करने की कोशिश की। लेकिन फोन लगातार स्विच आफ बताता रहा, जिसके बाद सभी परिजनों ने मिश्रिख पहुंच कर उनकी तलाश की। लेकिन काफी खोजबीन के बाद भी उनका कहीं पता नहीं चल सका।
इसके बाद बीते दिन शुक्रवार को शाम के समय पुलिस को कोतवाली क्षेत्र में सिधौली रोड के किनारे से 200 मीटर भीतर बोरे में कुछ पड़े होने की सूचना मिली, जिसमें से बदबू आ रहीं थी। जब पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच की तो महंत का क्षत-विक्षत शव बोरे से बरामद हुआ, जिसकी पुष्टि पुलिस ने परिजनों को बुलाकर की। पुलिस के अनुसार शव का निचला हिस्सा एक बोरे में बंद पड़ा हुआ था तो ऊपर का हिस्सा एक अलग बोरी में कुछ दूरी पर पड़ा हुआ था।
कोतवाली थाना प्रभारी शैलेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि शव लगभग 4-5 दिन पुराना बताया जा रहा है, तहरीर के आधार पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। पूरे मामले में आगे की कार्रवाई की जा रहीं है।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.