मथुरा: कृष्ण की नगरी मथुरा में 6 करोड़ की लागत से बनी पानी की टंकी भरभरा कर गिर पड़ी। घटना वृंदावन नगर निगम के वार्ड संख्या 47 की है जहाँ पानी की टंकी रविवार शाम को अचानक ध्वस्त हो गई। दुर्घटना के बाद इलाके में हाहाकार मच गया और लोगों को लगा कि कोई बड़ा विस्फोट हो गया।
पानी के बहाव से आस-पास के घरों में पानी भर गया और मलबा गिरने के कारण रास्ते बंद हो गए। इस हादसे में 2 महिलाओं की मौत हो गई और 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए। दुर्घटना के बाद जल निगम के काम पर सवाल उठ रहे हैं, लोग कह रहे हैं कि 6 करोड़ की लागत से बनी पानी की टंकी 3 साल में ही धाराशायी कैसे हो सकती है।
पानी की टंकी के गिरते ही मौके पर चीख पुकार मच गई। इस हादसे से प्रभावित हुए लोग अपनों की तलाश कर रहे है। सूचना पुलिस, प्रशासन, और नगर निगम के अधिकारियों को तुरंत दी गई। डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह, एसएसपी शैलेश पांडे, मेयर विनोद अग्रवाल सहित अन्य प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। हादसे की जगह सीमित संसाधनों के साथ रेस्क्यू कार्य शुरू किया गया। टंकी बड़ी थी और मलबे फैले हुए थे, जिससे किसी के दबे होने का खतरा था। इसी वजह से सेना को भी बुलाया गया ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके।
दो की मौत
इस हादसे में सुंदरी (65) और सरिता (27) की मौत हो गई है। घटना के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। वहीँ 10 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। हालाँकि लेकिन मौके पर मौजूद लोग इस संख्या को 30 से अधिक बता रहे हैं।
सेना ने संभाला मोर्चा
हादसे की गंभीरता को देखते हुए डीएम शैलेंद्र सिंह ने सेना के अधिकारियों से उनकी एक रेस्क्यू टीम मौके पर भेजने की गुज़ारिश की। इसके बाद सेना की एक टुकड़ी मौके पर पहुंची और हादसे की जगह रेस्क्यू शुरू कर दिया। मथुरा के स्ट्राइक वन कोर मुख्यालय से आई यह टुकड़ी देर रात तक मौके पर रेस्क्यू करती रही।
ओवर हेड टैंक गिरने के बाद अब जल निगम पर भ्रष्टाचार का आरोप लग रहा है। गंगा जल परियोजना के तहत यह पानी की टंकी नियमों को ताक पर रखकर अधिकारियों की तानाशाही की वजह से उस जगह बनाई गई थी जहां घनी आबादी है। इसके अलावा 3 वर्ष पहले 6 करोड़ रुपए की लागत से बनी इस टंकी से पानी के रिसाव की शिकायत कई बार स्थानीय पार्षद से लेकर निवासी तक अधिकारियों से कर चुके थे। लेकिन किसी भी जिम्मेदार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।
कांग्रेस ने साधा निशाना
कांग्रेस के जिला अध्यक्ष भगवान सिंह वर्मा ने भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और कहा कि मुख्यमंत्री को उनके अधिकारियों की कारगुजारी दिखाई नहीं देती। सपा नेता प्रदीप चौधरी ने बताया कि हादसे में 30 से ज्यादा घरों में नुकसान हुआ है। समाजवादी पार्टी ने मृतक परिवारों को एक एक करोड़ रुपए का मुआवजा, घरों में हुए नुकसान के लिए 25-25 लाख रुपए की मांग की है, साथ ही घायलों को समुचित इलाज देने की।
Nancy Dwivedi
Nancy Dwivedi reports for Neo Politico.