जयपुर: उदयपुर के भट्टियानी चौहट्टा स्थित सरकारी स्कूल में हुई चाकूबाजी की घटना ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया है। इस घटना में घायल छात्र की हालत गंभीर बनी हुई है तो वहीँ शहर में भी सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है। साथ ही लोगों के आक्रोश को देखते हुए आरोपी मुस्लिम छात्र के घर पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर उसे ध्वस्त कर दिया है।
घायल छात्र की हालत गंभीर, जयपुर से बुलाई गई डॉक्टरों की टीम
घटना के बाद घायल छात्र को एमबी हॉस्पिटल के इमरजेंसी आईसीयू में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। उसकी जांघ में चाकू लगने से महत्वपूर्ण रक्तवाहिनी (आर्टरी) कट गई थी, जिससे काफी खून बह गया। जयपुर से आए विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने छात्र का इलाज शुरू कर दिया है। डॉक्टरों ने उसे अब तक 12 यूनिट खून चढ़ाया है और उसकी हालत में सुधार के प्रयास जारी हैं।
बता दें कि शुरुआत में घायल छात्र को एयर लिफ्ट कर जयपुर के एसएमएस अस्पताल ले जाने की योजना थी, लेकिन उसकी नाजुक हालत को देखते हुए इस योजना को रद्द कर दिया गया। डॉक्टरों की टीम ने जयपुर से आई डॉक्टरों की टीम के साथ मिलकर उसे यहीं पर उपचार देना जारी रखा है।
इंटरनेट सेवाएं बंद
शुक्रवार को हुए इस हमले के बाद शहर में तनाव का माहौल है। शनिवार को शहर में कहीं भी कोई अप्रिय घटना नहीं हुई, लेकिन सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस और रिजर्व फोर्स के जवानों की तैनाती बढ़ा दी गई है। शहर के विभिन्न इलाकों में पुलिस गश्त की जगह, पुलिस ने लगातार निगरानी की ताकि शांति बनाए रखी जा सके। इसके अलावा, प्रशासन ने रविवार रात 10 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद रखने का फैसला लिया है।
मुस्लिम छात्र के घर पर बुलडोजर चला, हथियार बरामद
हमले के आरोपी मुस्लिम छात्र के घर पर शनिवार को प्रशासन ने बुलडोजर चलाया। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने पीड़ित छात्र से होमवर्क की कॉपी मांगी थी, और जब उसने कॉपी देने से मना कर दिया, तो आरोपी ने सोशल मीडिया पर उसे मारने की धमकी दी थी। घटना के बाद आरोपी के घर से धारदार हथियार भी बरामद किए गए थे।
नगर निगम और वन विभाग की टीम ने शुक्रवार रात को ही मुस्लिम छात्र के घर पर नोटिस लगा दिया था, जिसमें 24 घंटे के भीतर घर के दस्तावेज पेश करने का आदेश दिया गया था। शनिवार को दोपहर में निगम और प्रशासनिक टीमों ने भारी पुलिस बल के साथ मुस्लिम छात्र के घर पर बुलडोजर चलाकर उसे ध्वस्त कर दिया। कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने बताया कि यह घर वन विभाग की भूमि पर अवैध रूप से बना हुआ था और आरोपी मुस्लिम छात्र के पास इसी घर में हथियार मिले थे।
आरोपी छात्र को सुधार गृह भेजा गया
पुलिस ने आरोपी मुस्लिम छात्र को बाल न्यायालय में पेश किया, जिसके बाद उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। आरोपी छात्र के पिता को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। उधर, जिस मकान को ध्वस्त किया गया है, उसे रशीद खान ने अपना बताया है। उनका कहना है कि मकान मुस्लिम छात्र का नहीं था, लेकिन फिर भी उसे ध्वस्त कर दिया गया।
घटना के बाद शहर में शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं। शनिवार को सुबह 7 बजे से ही धर्म गुरुओं और समुदाय के नेताओं के साथ बैठक की गई ताकि किसी भी तरह के टकराव से बचा जा सके। दोपहर 1 बजे के बाद नगर निगम और प्रशासनिक टीमों ने पुलिस के साथ मिलकर कार्रवाई शुरू की। सबसे पहले बिजली कनेक्शन काटा गया और फिर मकान को खाली कराया गया।
घटना के बाद अस्पताल में उमड़ा जनसैलाब, अधिकारियों की तैनाती
घटना के बाद एमबी हॉस्पिटल में घायल छात्र के परिजनों और सर्व समाज के लोगों की भारी भीड़ उमड़ी रही। अस्पताल परिसर में सुबह से लेकर शाम तक सैकड़ों लोग जुटे रहे। स्थिति का जायजा लेने के लिए कई वरिष्ठ अधिकारियों को उदयपुर भेजा गया, जिनमें चित्तौड़गढ़ और राजसमंद के एसपी भी शामिल थे। सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत, शहर विधायक ताराचंद जैन और अन्य स्थानीय नेता भी अस्पताल पहुंचे और घायल छात्र की स्थिति के बारे में जानकारी ली।
घटना के दौरान हाथीपोल इलाके में कुछ लोग बाजार बंद करवाने की कोशिश कर रहे थे, तभी पुलिस ने हस्तक्षेप कर भीड़ को तितर-बितर किया। इसी बीच, दो विदेशी पर्यटक वहां से गुजर रहे थे, जिन्हें पुलिस ने आश्वासन दिया कि सब कुछ नियंत्रण में है। एएसपी उमेश ओझा ने उन्हें थंब्सअप का इशारा किया, जिसके बाद विदेशी महिला ने भी मुस्कुराते हुए जवाब दिया।
Nancy Dwivedi
Nancy Dwivedi reports for Neo Politico.