उदयपुर: घायल हिन्दू छात्र ने तोड़ा दम, अंतिम संस्कार के दौरान आँखे हुई नम, इंटरनेट फिर किया बंद

उदयपुर: 16 अगस्त को हुए चाकूबाजी के मामले में घायल छात्र की इलाज के दौरान मौत हो गई। एमबी अस्पताल में भर्ती इस छात्र की तबीयत दोपहर करीब 3 बजे अचानक बिगड़ गई और तमाम प्रयासों के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका। इस दुखद घटना के बाद अस्पताल के बाहर पुलिस तैनात की गई और शव को मॉर्च्युरी में रखा गया। छात्र की मौत के बाद परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया और दोषी को सख्त सजा देने समेत कई मांगों को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। हालाँकि समझाने के बाद छात्र का अंतिम संस्कार आज कर दिया गया। बच्चे के पिता और चचेरे भाई ने मुखाग्नि दी।

एसटी-एससी एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग
मृतक के परिवार की ओर से 51 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, परिवार के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी, और एसटी-एससी एक्ट के तहत मामले में कार्रवाई की मांगें उठाई गईं। प्रशासन के साथ बातचीत के बाद इन सभी मांगों पर सहमति बन गई। इसके अलावा, परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने और स्कूल स्टाफ को हटाने की भी मांग की गई है, जिसके लिए प्रशासन सरकार को प्रस्ताव भेजेगा। अंतिम यात्रा के दौरान जमकर नारेबाजी भी की गई।

इंटरनेट सहित स्कूल-कॉलेज भी बंद
छात्र की मौत के बाद शहर में तनाव बढ़ गया, जिसके चलते जिला प्रशासन ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मंगलवार रात 10 बजे तक इंटरनेट बंद कर दिया है। वहीं, स्कूल-कॉलेज भी बंद रहेंगे, हालांकि मंगलवार को होने वाली परीक्षाएं पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही होंगी। पुलिस ने शहर के विभिन्न बाजारों और चौराहों पर भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।

परिजनों का आरोप: 4 दिन तक गुमराह करते रहे
छात्र की मौत के बाद विभिन्न संगठनों के लोग अस्पताल पहुंच गए और नारेबाजी करते हुए इमरजेंसी गेट के सामने इकट्ठा हो गए। उनका आरोप था कि उन्हें 4 दिन तक झूठी जानकारी देकर गुमराह किया गया। वे सवाल कर रहे थे कि अगर छात्र की हालत इतनी गंभीर थी, तो यह पहले क्यों नहीं बताया गया। घटना के समय उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट, कलेक्टर अरविंद पोसवाल, आईजी अजयपाल लांबा और एसपी योगेश गोयल समेत कई अधिकारी मौके पर मौजूद थे।

कांग्रेस ने घटना की जांच के लिए 4 सदस्यीय कमेटी बनाई
इस घटना की गंभीरता को देखते हुए कांग्रेस ने 4 नेताओं की एक जांच कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी में सांसद भजन लाल जाटव, पूर्व मंत्री उदयलाल आंजना, रामलाल जाट और उदयपुर सीट से उम्मीदवार रहे ताराचंद मीणा को शामिल किया गया है। जांच कमेटी पीड़ित परिवार से मुलाकात करेगी और अपनी रिपोर्ट प्रदेशाध्यक्ष को सौंपेगी।

अंतिम संस्कार पर बनी सहमति, बहनों ने बांधी थी राखी
छात्र के शव का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद मोची समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंती भाई, परिजनों, समाज के लोगों और पुलिस प्रशासन के बीच बातचीत हुई। इसके बाद यह सहमति बनी कि छात्र का अंतिम संस्कार सुबह 7 बजे किया जाएगा। इससे पहले, दोपहर 2:15 बजे घायल छात्र को उसकी बहन और चचेरी बहनों ने अस्पताल में राखी बांधी थी और उसके दीर्घायु होने की प्रार्थना की थी। हालाँकि दोपहर तीन बजे उसकी तबियत एकाएक बिगड़ गई।

Nancy Dwivedi
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Nancy Dwivedi reports for Neo Politico.

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