मिर्जापुर: लालगंज थाना क्षेत्र के मुंशीपुर गांव में शिव मंदिर के पुजारी महेंद्र कुमार दुबे (35) की मंगलवार को वाराणसी के ट्रॉमा सेंटर में मौत हो गई। पुजारी पर 11 जनवरी की रात चार लोगों ने लाठी-डंडों से हमला किया था। घटना का कारण मंदिर के पास लगे पौधों और पेड़ों को बकरियों से चराए जाने पर हुए विवाद को बताया गया है। गंभीर रूप से घायल पुजारी का 10 दिनों तक इलाज चला, लेकिन उनकी जान नहीं बच सकी।
बकरियों से पौधे चराने को लेकर बढ़ा विवाद
घटना का मूल कारण मंदिर के पास लगे फूल और पीपल के पेड़ थे। ग्रामीण इन पेड़ों की पत्तियां अपनी बकरियों को खिलाने के लिए अक्सर तोड़ते थे, जिससे मंदिर परिसर को नुकसान होता था। पुजारी महेंद्र दुबे ने कई बार इसका विरोध किया। 11 जनवरी की रात विवाद इतना बढ़ गया कि चार लोगों ने मिलकर पुजारी पर जानलेवा हमला कर दिया।
गंभीर चोटें: प्राथमिक उपचार के बाद भेजा गया ट्रॉमा सेंटर
हमले के बाद पुजारी को गंभीर हालत में जिला अस्पताल ले जाया गया। सिर, सीने, हाथ और पैरों में आई चोटों के कारण उनकी हालत बेहद नाजुक थी। जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें वाराणसी ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया, जहां 10 दिनों तक उनका इलाज चला। मंगलवार सुबह इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
मृतक के परिजनों ने लगाए पुलिस पर लापरवाही के आरोप
मृतक के चचेरे भाई देवेंद्र कुमार दुबे ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पुजारी और आरोपियों के बीच विवाद पहले भी हुआ था, लेकिन पुलिस ने समय पर कार्रवाई नहीं की। अगर पुलिस ने तत्काल सख्ती दिखाई होती, तो शायद यह घटना टाली जा सकती थी। परिजनों ने मामले की निष्पक्ष जांच और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
गांव में तनाव, पुलिस ने कराया पोस्टमॉर्टम
पुजारी की मौत के बाद गांव में रोष और तनाव का माहौल है। लहंगपुर चौकी प्रभारी विजय कुमार राय ने वाराणसी पहुंचकर शव का पंचनामा भरवाया और पोस्टमॉर्टम कराया। इलाके में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस ने गांव में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिया है। आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। मुंशीपुर गांव के लोग पुजारी की हत्या से गहरे सदमे में हैं। ग्रामीणों ने एकजुट होकर प्रशासन से आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। मामले ने पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना लिया है, और लोग न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।