MP: हनुमान जयंती के जुलूस पर पथराव, दो समुदायों में टकराव के बाद 9 गिरफ्तार – ‘जय श्रीराम’ और ‘अल्लाहु अकबर’ के नारों से भड़का मामला

गुना: मध्य प्रदेश में शनिवार रात को हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान सांप्रदायिक तनाव फैल गया। जुलूस के मस्जिद के पास से गुजरते समय दोनों समुदायों के बीच विवाद हो गया, जो कुछ ही मिनटों में पथराव में बदल गया। इस झड़प में 13 लोगों को मामूली चोटें आईं हैं। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन एहतियात के तौर पर शहर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस ने अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मुख्य आरोपी विक्की पठान शामिल है। यह पूरी घटना गुना शहर के कर्नलगंज इलाके में रात करीब 7:45 बजे हुई।

मस्जिद के पास नारेबाज़ी से बिगड़ा माहौल, फिर शुरू हुआ पथराव

हनुमान जयंती के अवसर पर निकाले जा रहे जुलूस के दौरान जब वह कर्नलगंज इलाके की एक मस्जिद के पास से गुज़रा, तभी दोनों पक्षों के बीच नारेबाज़ी शुरू हो गई। जुलूस में शामिल कुछ युवकों ने ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाए, जिसके बाद दूसरे पक्ष की ओर से ‘अल्लाहु अकबर’ के नारे लगाए गए। इसके बाद स्थिति बिगड़ गई और दोनों ओर से पथराव शुरू हो गया। कुछ दुकानों और वाहनों को भी नुकसान पहुंचा। गुना के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) मान सिंह ठाकुर ने बताया कि “13 लोग इस घटना में घायल हुए हैं, लेकिन किसी को गंभीर चोट नहीं आई है। हम लगातार हालात पर नजर रख रहे हैं।”

9 आरोपी गिरफ्तार, CCTV और मोबाइल फुटेज से की गई पहचान

पुलिस ने घटना के तुरंत बाद इलाके में छापेमारी शुरू की और अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें मुख्य आरोपी विक्की पठान भी शामिल है। एएसपी ठाकुर ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल वीडियो की मदद से आरोपियों की पहचान की जा रही है। पुलिस का कहना है कि अभी और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। एक स्थानीय पार्षद की शिकायत पर पुलिस ने 5 नामजद और 15–20 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। हैरानी की बात ये है कि अभी तक मुस्लिम समुदाय की तरफ से कोई आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।

जुलूस की अनुमति को लेकर उलझन, आयोजक बोले – “हमारे पास सबूत है”

जुलूस को लेकर प्रशासन और आयोजकों के बीच अनुमति को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। एएसपी मान सिंह ठाकुर का कहना है कि “जुलूस की केवल सूचना दी गई थी, कोई औपचारिक अनुमति नहीं ली गई थी।” वहीं दूसरी ओर, जुलूस आयोजक रंजीत खटीक ने कहा, “प्रशासन झूठ बोल रहा है। हमारे पास अनुमति से जुड़े सारे दस्तावेज हैं। हम उन्हें दिखा सकते हैं।” इस बयान से प्रशासन और आयोजकों के बीच तनातनी और बढ़ गई है। अब यह भी जांच का विषय बन गया है कि क्या प्रशासन की लापरवाही से यह विवाद हुआ।

पूरे शहर में सुरक्षा सख्त, बाहर से बुलाए गए अतिरिक्त बल

घटना के बाद गुना में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। शांति बनाए रखने के लिए आसपास के जिलों से भी अतिरिक्त सुरक्षा बल बुलाए गए हैं। संवेदनशील इलाकों में लगातार गश्त की जा रही है और प्रशासन सोशल मीडिया पर भी निगरानी बनाए हुए है ताकि कोई अफवाह न फैले। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है, लेकिन एहतियात के तौर पर पूरे शहर में चौकसी बढ़ा दी गई है। दोनों समुदायों के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है।

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