नई दिल्ली: भीम आर्मी मुखिया का अभी विवादों से पीछा छूटा नहीं था की उनके एक और ट्वीट ने एक बार फिर से उन्हें विवादों के बाजार में गर्म कर दिया है।
कल ही महोबा की रैली में उच्च जाति के खिलाफ आग उगलने वाले चंद्रशेखर ने रैली से निकलते ही एक ऐसा ट्वीट रीट्वीट कर दिया है जिससे कई लोगो की धार्मिक भावनाये आहात हुयी है।
रामचरित मानस के रचियता तुलसीदास पर बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी को उन्होंने रीट्वीट किया है।
दरअसल सुप्रिया जाटव भारत की पहली महिला बन गयी है जिन्होंने यूएस कराटे चैंपियनशिप व जूनियर इंटरनेशनल कप के फाइनल में स्वर्ण पदक जीता है जो अपने आप में देश के लिए गौरव की बात है पर इसपर गौरवांवित होने के बजाय चंद्रशेखर आजाद ने इसको नया मोड़ देकर इसपर भी अपनी राजनीति चमकाने का अवसर खोज लिया ।
चंद्रशेखर ने अरुण सिंह के ट्वीट को रीट्वीट किया जिसमे लिखा है “तुलसीदास तिवारी के मुँह पर एक और तमाचा। जिसने लिखा था: ढोल गवार शुद्र पशु नारी।”
तुलसीदास तिवारी के मुँह पर एक और तमाचा।
जिसने लिखा था: ढोल गवार शुद्र पशु नारी।@dilipmandal @Anjupra7743 @Bahujan_Power @bahujanwarrior @mpchalia https://t.co/31UFxilQiT— ?? ? ? ? ? ? ? ? ? ? ❄ (@arunns99) April 29, 2019
तुलसीदास पर आपत्तिजनक शब्दों के प्रयोग के बाद सोशल मीडिया पर चंद्रशेखर पर देखते ही देखते लोग भड़क गए जिसके बाद उन्होंने प्रशासन से भीम आर्मी मुखिया पर FIR दर्ज करने की मांग की है।
भारतीय राजनीति का दुर्भाग्य है जो सभी राजनीतिक दल जाति धर्म के नाम पर राजनीति करने मे लगे है जिसमे भारतीय जनता पार्टी सबसे ज्यादा दोषी है । आज समाज की स्थिति काफी दयनीय है रोजगार है नही फिर भी आरछण के नाम पर कम पढे लिखे लोग सेवा मे कार्यरत कर्मचारी लिए जाते है क्रिमिनल हत्यारे नेता बन रहे है। जातिगत के नाम पर हिन्दू दो धरे मे बाट चूके है। शिछा का गुणवत्ता गिरता चला जा रहा है।
एसी स्थिति मे ये लोग अपने आप को उपर दिखाने के लिए सांस्कृतिक धरोहर का भी इज्जत नही करते । रामचरितमानस कीसी जाति धर्म से नही बाधा है यह तो मानव समाज के कल्याण कारी शिछा से ओतप्रोत प्रोत्साहन है । इस घटना का जिम्मेदार सीधे तौर पर सत्ताधारी दल है। जय हिन्द जय भारत।।