“रेप तो बच्चे ही करते हैं”: अलीगढ़ में अंबेडकर जयंती की शोभायात्रा के दौरान महिला से छेड़छाड़, शिकायत करने पर पुलिस ने डांटा, वीडियो वायरल

अलीगढ़: जिले से एक शर्मनाक घटना सामने आई है जहाँ अंबेडकर जयंती की शोभायात्रा के दौरान एक महिला के साथ छेड़छाड़ हुई। महिला जब इंसाफ के लिए पास में मौजूद पुलिस अधिकारी के पास पहुंची, तो उसे मदद की जगह डांट-फटकार का सामना करना पड़ा। पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई और सोशल मीडिया पर वायरल होते ही लोगों में भारी आक्रोश फैल गया है। यह मामला न सिर्फ महिलाओं की सुरक्षा बल्कि पुलिस की संवेदनशीलता पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है।

शोभायात्रा के बीच महिला से छेड़छाड़, पुलिस ने नहीं की सुनवाई

14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर अलीगढ़ के सिविल लाइंस क्षेत्र में एक शोभायात्रा निकाली जा रही थी। इस दौरान एक महिला सड़क के किनारे चल रही थी, तभी कुछ युवकों ने उसके साथ बदसलूकी की। महिला ने साहस दिखाते हुए तुरंत नजदीक खड़े सिविल लाइंस थाने के इंस्पेक्टर से शिकायत की। लेकिन उसने महिला की शिकायत को गंभीरता से लेने के बजाय उसे सार्वजनिक रूप से डांटना शुरू कर दिया। पुलिस अधिकारी का यह रवैया न केवल असंवेदनशील था, बल्कि कानून के प्रति उसकी लापरवाही को भी दर्शाता है।

“बच्चा था?” — पुलिस की टिप्पणी पर महिला का गुस्सा फूटा

जब महिला ने बताया कि एक लड़का जानबूझकर उसके शरीर से टकराया और उसे गलत तरीके से छूकर भाग गया, तो पुलिस अधिकारी ने बिना जांच के कहा, “तो हम पागल हैं जो पुलिस ऑफिसर हैं?” इस पर महिला भड़क गई और बोली, “क्योंकि आप उसे बच्चा कह रहे हैं, इसलिए बोल रही हूँ। जितने भी रेप होते हैं न, वो बच्चे ही करते हैं।” महिला ने यह भी कहा कि वह कोई पागल नहीं है जो झूठी बात कहे। लेकिन पुलिसकर्मी लगातार उसे ही कठघरे में खड़ा करता रहा। इस संवाद का वीडियो तेजी से वायरल हो गया है, जिसे देखकर हर कोई पुलिस की भूमिका पर सवाल उठा रहा है।

पुलिस की संवेदनहीनता, प्रशासन की चुप्पी और जनता का गुस्सा

इस पूरी घटना के सामने आने के बाद पुलिस की संवेदनहीनता एक बार फिर उजागर हुई है। महिला के पास शिकायत करने का साहस था, लेकिन उसे न्याय नहीं मिला। प्रशासन ने भी अब तक कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है और न ही पुलिस अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई हुई है। दूसरी तरफ, सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। ट्विटर और फेसबुक पर लोग इस घटना की कड़ी निंदा कर रहे हैं और #JusticeForAligarhWoman हैशटैग के साथ न्याय की मांग कर रहे हैं। लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि जब एक महिला सरेआम छेड़छाड़ की शिकायत करती है और पुलिस उसे ही अपमानित करती है, तो आमजन का सिस्टम पर भरोसा कैसे कायम रहेगा?

+ posts

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Previous Story

रामजी लाल सुमन का करणी सेना पर तीखा हमला: ‘हर मंदिर के नीचे बौद्ध मठ है’, गड़े मुर्दे मत उखाड़ो वरना भारी पड़ेगा

Next Story

भीमनगरी उद्घाटन में मचा बवाल: ‘राधे-राधे’ से भड़के लोग, भंते नाराज, माला लेकर पहुंचा युवक, पुलिस से भिड़ा शख्स

Latest from उत्तर प्रदेश

भीमनगरी उद्घाटन में मचा बवाल: ‘राधे-राधे’ से भड़के लोग, भंते नाराज, माला लेकर पहुंचा युवक, पुलिस से भिड़ा शख्स

आगरा: भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर आगरा में आयोजित भीमनगरी कार्यक्रम में उस समय…

रामजी लाल सुमन का करणी सेना पर तीखा हमला: ‘हर मंदिर के नीचे बौद्ध मठ है’, गड़े मुर्दे मत उखाड़ो वरना भारी पड़ेगा

आगरा: अंबेडकर जयंती के अवसर पर समाजवादी पार्टी (सपा) के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन ने…

सीतापुर: आंबेडकर और बुद्ध की मूर्तियां हटाने गई टीम पर पथराव, आठ पुलिसवाले घायल, अफसर की गाड़ी भी तोड़ी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के पिसावां थाना क्षेत्र के विभरापुर गांव में शनिवार दोपहर…

नंदकिशोर गुर्जर का फूटा गुस्सा: कलश यात्रा रोकने पर योगी प्रशासन को घेरा, बोले- मेरा एनकाउंटर कराना चाहती थी पुलिस

गाजियाबाद: लोनी से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर फटा कुर्ता पहनकर लखनऊ पहुंचे और योगी सरकार पर…