अलवर: राजस्थान में दलित युवक के जबरन धर्मांतरण का बड़ा खुलासा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रदेश के अलवर जिले के बड़ौदा मेव थाना इलाके के भयाड़ी गांव निवासी दलित परिवार का धर्म परिवर्तन कराने का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
यह दलित परिवार जिस धर्म में शामिल हुआ था उसके बाद वहां हुये अत्याचारों के कारण वह अपनी जान बचाकर भागा। पीड़ित परिवार ने वापस अपने हिन्दू धर्म में आने के लिए कोर्ट से गुहार लगाई है और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
की जातिवादी टिप्पणी:
पीड़ित व्यक्ति ने जातिवादी टिप्पणी को लेकर खुलासे में कहा कि उन लोगों ने कहा कि तुम चमार चूड़े हो तुम्हारी कोई इज्जत नहीं है इस्लाम धर्म अपना लोगे तो तुम्हारी पूरी इज्जत होगी।
भयाड़ी गांव निवासी मेमचंद उर्फ मोहम्मद अन्नस पुत्र काडू जाटव ने बताया कि उनके गांव में हरियाणा के फिरोजपुर झिरका के इब्राहिम बास गांव के मेव समाज के लोगों की रिश्तेदारी होने के कारण वे आते जाते रहते हैं।
जम्मू कश्मीर ले भगे, खतना कराया:
मेमचंद ने आरोप लगाया कि सत्तार, तैयब और शहजाद सहित 15 अन्य लोग उनका जबरन धर्म परिवर्तन कराने के लिये उन्हें हरियाणा ले गए। वहां उनका खतना भी कराया गया। उसके बाद रहने के लिये जमीन दी। जबरन धर्म परिवर्तन कराने के बाद कहा कि इस धर्म में बहुत कुछ है। उसके बाद आरोपी उन्हें जमात में जम्मू-कश्मीर में लेकर गए। वहां उनके बच्चों को मारने की धमकी दी है कि कुछ करोगे तो तुम्हारी जान को खतरा हो सकता है।
पत्नी से जबरन संबंध:
परिवादी ने आरोप लगाया कि आरोपी धर्म परिवर्तन कराने के बाद उसकी बीवी पर गंदी नजर रखने लगे। उससे जबरन संबंध बनाने के लिये दबाव बनाया गया। इसके बाद वे जैसे-तैसे करके मौका देखकर जम्मू कश्मीर से वापस भाग निकले।
एडवोकेट बनवारीलाल ने बताया कि इस संबंध में परिवाद आया था। अदालत से आदेश हुए हैं कि जिन लोगों ने उन पर अत्याचार किया है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।