लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के बाजार शुक्ल में हुई लड़की की जिन्दा जलाकर हत्या के मामले ने तूल पकड़ना शुरू कर दिया है। लोगों ने सोशल मीडिया पर लड़की के हत्यारों की गिरफ़्तारी और कड़ी कार्यवाई की बात कही है। मामले की अधिक जानकारी के लिए नियो पॉलिटीको की टीम मृतका के घर पहुंची जहाँ पिता जीतेन्द्र कुमार शुक्ल कुछ लोगों के साथ घर के बाहर बैठे थें। बातचीत पर जीतेन्द्र शुक्ल की आँखें बेटी को खोने का दर्द बयां कर रही थीं। जीतेन्द्र ने बताया कि चार दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ढंग से कार्यवाई नहीं कर रही है। कप्तान साहब उल्टा उनसे ही सवाल कर रहे हैं।
मई महीने में थाने में की थी रिपोर्ट
पूछने पर जीतेन्द्र शुक्ल ने बताया कि उनकी 16 साल की लड़की को आरोपी गुफरान, फैज़ान, जावेद और प्रिंस पाल कई महीनों से छेड़ रहे थे। इसको लेकर उनकी बेटी ने कई बार शिकायत भी की। आरोपियों की लिखित शिकायत पिता द्वारा थाने में भी दी गई थी जिसकी एक कॉपी पिता ने हमारे साथ साझा भी की। पिता ने बताया कि उस वक्त गाँव के लोगों ने दबाव बनाकर समझौता करा दिया था। हालाँकि इसके बाद आरोपियों के हौंसले और बढ़ गए। आरोपियों ने अब सीधी धमकियाँ देनी शुरू कर दी। जिसके बाद घटना को अंजाम दिया गया।
कोचिंग टीचर ने बताया पढाई में होशियार थी छात्रा
लड़की को कोचिंग पढ़ाने वाली टीचर ने टीम को बताया कि वह बेहद होशियार थी और IPS बनना चाहती थी। गरीबी के बावजूद उसके दसवीं बोर्ड परीक्षा में 70 प्रतिशत अंक आये थे। अपने घर की सबसे बड़ी बिटिया होने के चलते उसके कन्धों पर गरीबी को दूर करने का बोझ भी था। हालाँकि उसके सपनों को आरोपियों ने उसके साथ ही जला दिया।
पिता आलू बेचकर करते हैं गुजारा
पिता जीतेन्द्र शुक्ल कसबे में भी आलू का ठेला लगाकर बेटी को पढ़ा रहे थे। उनके घर की छत जगह जगह से टूटी हुई थी लेकिन पिता बेटी को शिक्षा देने के कारण उसे ठीक नहीं करा सकते थे। घर बेहद छोटा था जिसमें दो लोगों से अधिक का रह पाना असंभव था। बावजूद इसके 6 लोगों का परिवार उसमें जीवन यापन कर रहा था।
माँ ने की बुलडोजर की मांग
अपनी बेटी को याद करने के बाद माँ भावुक होकर रोने लगती हैं। बातचीत में उन्होंने कहा कि घटना वाले दिन वह शौच करने गई थीं और घर के बाहर बहुत बड़ा मेला लगा था। इतनी तेज आवाज थी कि उन्हें घटना में बेटी के चिल्लाने की आवाज सुनाई नहीं दी। माँ ने सरकार से मांग की कि आरोपियों के घर बुलडोजर चलाया जाये और साथ ही उन्हें फांसी की सजा दी जाये।
बता दें कि मामले में दबाव बढ़ने के बाद पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है। परिवार की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दो सिपाहियों को सुरक्षा में लगाया गया है।
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