नई दिल्ली: राम मंदिर पर डिबेट करने आए उदितराज को दीपक चौरसिया ने तरीके से क्लास लगाई है।
कांग्रेस प्रवक्ता उदितराज व पत्रकार दीपक चौरसिया की न्यूज डिबेट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
दरअसल कल राम मंदिर और दलित राजनीति को लेकर न्यूज नेशन TV की ओर से उदितराज कांग्रेस प्रवक्ता व दलित नेता के तौर पर डिबेट कर रहे थे। जबकि आरक्षण के मसले पर पत्रकार दीपक चौरसिया ने उदितराज की जमकर पोल खोली।
दीपक ने उदितराज को जवाब देते हुए कहा कि “आप दलित से बौद्ध बन गए तो क्या आप के परिवार ने आरक्षण छोड़ा ? मतलब दलित के नाम पर मलाई खाएंगे दलित भाइयों से बड़ा प्रेम है लेकिन आरक्षण की मलाई खाएंगे !”
इसके बाद दीपक ने उदितराज से पूछा कि “फिर दलित क्यों नहीं मानते बौद्ध क्यों मानते हैं ? बोलिए और मानिए हिंदू धर्म में पैदा हुए थे, मानिए कि अभी भी आप हिंदू हैं।”
अंत में उदितराज को उन्होंने कहा कि “आपने गरीब दलितों के लिए आरक्षण छोड़ दिया जब बौद्ध बन गए ? आपने तो बौद्ध धर्म अपना लिया तो आप दलित कहां रह गए ? आप गरीब दलित भाइयों को मानते हैं तो उनके परिवार के लिए आरक्षण छोड़ दीजिए !”
वहीं जब कांग्रेस प्रवक्ता उदितराज ने पलटवार में दीपक से सवाल पूछे तो उन्होंने पहले कहा कि “मैं मलाई देता हूँ, मेरे जेब से टैक्स जाता है। मैं अपने समाज के लिए करता हूँ जो हमसे बनता है। और हां मैं चौरसिया हूँ पनवारी हूँ, मुझे कहने में कोई भी शर्म नहीं आती।”
राम जन्मभूमि को SC के फ़ैसले के बाद बौद्ध मंदिर बताने वाले @Dr_Uditraj अपने आप को हिंदू नहीं बौद्ध मानते है। लेकिन जाति पर आधारित आरक्षण को छोड़ने को तैयार नहीं। चिट भी मेरी पट भी मेरी और सिक्का मेरे जेब का। #Ayodhya #RamMandir #राममंदिर_भूमिपूजन #जय_श्रीराम pic.twitter.com/fj3vemYnRI
— Deepak Chaurasia (@DChaurasia2312) August 3, 2020
इसके पहले भी जी न्यूज की लाइव डिबेट से उदितराज को कमजोर GK के कारण भगा दिया गया था।
Donate to Falana DIkhana: यह न्यूज़ पोर्टल दिल्ली विश्विद्यालय के मीडिया छात्र अपनी ‘पॉकेट मनी’ से चला रहे है। जहां बड़े बड़े विश्विद्यालयों के छात्र वामपंथी विचारधारा के समर्थक बनते जा रहे है तो वही हमारा पोर्टल ‘राष्ट्रवाद’ को सशक्त करता है। वही दिल्ली विश्विद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में पढ़ रहे हमारे युवा एडिटर्स देश में घट रही असामाजिक ताकतों के खिलाफ लेख लिखने से पीछे नहीं हटते बस हमें आशा है तो आपके छोटे से सहयोग की। यदि आप भी हम छात्रों को मजबूती देना चाहते है तो कम से कम 1 रूपए का सहयोग अवश्य करे। सादर धन्यवाद, ‘जयतु भारतम’