नईदिल्ली : पालघर में दो साधुओं की मॉब लिंचिंग को आजतक पत्रकारों ने प्रायोजित हत्या बताई है।
पालघर में दो साधुओं की हत्या पर स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा कहा जा रहा था कि चोर गिरोह समझकर भीड़ ने साधुुओं पर हमला किया था। हालांकि इस एंगल को दिग्गज महिला पत्रकार व आजतक एंकर श्वेता सिंह नें नकारा है और इस घटना को प्रायोजित हत्या करार दिया है।
एंकर श्वेता नें अपने बयान में कहा कि “एक वृद्ध साधु वर्दी से उम्मीद लगाए पीछे छिपे। तो उसने खुद उन्हें भीड़ को सौंप दिया ! ‘चोर समझकर’ मारने वाली पूरी रिपोर्ट मनगढ़ंत दिख रही है। ये वीडियो तो प्रायोजित हत्या का है।”
एक वृद्ध साधु वर्दी से उम्मीद लगाए पीछे छिपे। तो उसने खुद उन्हें भीड़ को सौंप दिया! ‘चोर समझकर’ मारने वाली पूरी रिपोर्ट मनगढ़ंत दिख रही है। ये विडियो तो प्रायोजित हत्या का है। https://t.co/HwnUymAE6L
— Sweta Singh (@SwetaSinghAT) April 19, 2020
वहीं दूसरे पत्रकार व एंकर रोहित सरदाना नें भी कई सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि “महाराष्ट्र के पालघर में हुई इस हत्या को क्या कहें, स्टेट स्पॉन्सर्ड या पुलिस स्पॉन्सर्ड ? महाराष्ट्र सरकार की शान में आए दिन क़सीदे पढ़ने वाले फ़िल्मी सितारों में से कितनों ने इस बारे में ट्वीट किया ?”
【नोट : ये मीडिया हाउस दिल्ली विश्वविद्यालय के मीडिया छात्रों द्वारा चलाया जा रहा है】
Shiv Sena ab Sab Sena ho gayi hai satta ke liye Mushlim parasht congres jo desh drohi hai atankwad Ko palne posne wali hai uska talwa chat rahi hai
भारत सेकुलर मुल्क है फिर एक धर्म के लोगोँ के लिए अलग कानून बाकी लोगोँ के लिए अलग कानून। ये मजाक नहीं तो क्या है
संतों की हत्या प्रायोजित थी