गुवाहाटी: मुस्लिमों को लेकर अपने बयानों से हमेशा सुर्खियों में रहने वाले असम के सीएम हेमंत बिस्वा सरमा ने एक बार फिर कुछ ऐसा कहा जिससे वह खबरों में आ गये। एक सभा के दौरान उन्होंने मुस्लिमों की राज्य में बढ़ती आबादी को लेकर विवादित बयान दिया है। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने हाल ही में कहा कि राज्य 2041 तक मुस्लिम-बहुल बन सकता है। यह बयान उन्होंने एक सभा में दिया, जहां असम की जनसंख्या पर चर्चा हो रही थी।
उन्होंने इस दौरान कहा कि असम में मुस्लिम आबादी की बढ़ोतरी हिंदू आबादी से ज्यादा है। चिंता जताते हुए बताया कि अगर यह स्थिति बनी रही, तो 2041 तक असम में मुस्लिमों की संख्या हिंदुओं से ज्यादा हो जाएगी। सरमा ने इस समस्या के समाधान के लिए जनसंख्या नियंत्रण के उपाय अपनाने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “हमें जनसंख्या बढ़ोतरी को नियंत्रित करने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है। नहीं तो भविष्य में हमें कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।”
शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं में सुधार
सरमा ने कहा कि सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य बुनियादी सुविधाओं में सुधार के लिए लगातार काम कर रही है ताकि सभी लोगों का विकास हो सके। उन्होंने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के साथ-साथ इन क्षेत्रों में सुधार भी जरूरी है ताकि राज्य का संतुलित विकास हो सके। राज्य सरकार इन मुद्दों पर गंभीरता से काम कर रही है और जल्द ही इसके अच्छे परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
विपक्षी हमलावर
मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद राज्य में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। कई दलों ने उनके बयान की आलोचना की है और इसे समाज में विभाजन बढ़ाने वाला बताया है। विपक्षी दलों का कहना है कि इस तरह के बयान से समाज में साम्प्रदायिक तनाव बढ़ सकता है। वहीं, कुछ लोगों ने इसे एक महत्वपूर्ण मुद्दा मानते हुए सरकार के कदमों का समर्थन किया है। असम की जनता इस मुद्दे पर बंटी हुई है। कुछ लोग इसे राज्य के विकास के लिए जरूरी मानते हैं, जबकि अन्य इसे समाज में तनाव बढ़ाने वाला कदम मानते हैं। आने वाले समय में देखना होगा कि राज्य सरकार इस मुद्दे को कैसे हल करती है और जनसंख्या में होने वाले बदलावों को कैसे प्रबंधित करती है।