बरेली: बरेली के एक गांव में दिल को झकझोर देने वाली एक घटना तब घटी, जब एक पिता ने अपनी ही नाबालिग बेटी की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी क्यूंकि नाई समाज के व्यक्ति के साथ उसकी शादी तय हो गई थी। जाटव समुदाय से होने के कारण समाज के लोग पिता पर ताने मारते थे जिससे तंग आकर उसने अपनी बेटी को मौत के घाट उतार दिया।
गर्भवती होने पर करना पड़ा रिश्ता
जानकारी के अनुसार गांव के ही एक लड़के के साथ संबंध बनाने के कारण लड़की गर्भवती हो गई थी। एक रात बेटी की तबीयत अचानक बिगड़ गई। पेट में दर्द और उल्टियों की शिकायत के साथ, पिता उसे पास के एक प्राइवेट अस्पताल ले गया। जांच में पता चला कि उसकी बेटी तीन महीने की गर्भवती है। बेटी से पूछने पर उसने बताया कि पड़ोस के गांव रसूला का बिजेंद्र शर्मा उर्फ भूरा उसके साथ संबंध बनाता था।
आरोपी से तय किया रिश्ता
अगली सुबह पिता ने सीबीगंज थाने में आरोपी भूरा के खिलाफ FIR दर्ज करवाई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन इसी दिन शाम को, आरोपी के परिवार वाले लड़की के गांव पहुंचे और पंचायत बुलाई गई। पंचायत में तय किया गया कि भूरा लड़की से शादी कर लेगा, और पिता को केस वापस लेने का दबाव डाला गया। पिता ने रातभर सोचने के बाद अगले दिन थाने जाकर केस वापस लेने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने इसे कोर्ट का मामला बताया और कहा कि उसकी बेटी का मेडिकल जांच करवाना जरूरी है। हालांकि, पिता ने मेडिकल करवाने से मना कर दिया, क्योंकि अब वह शादी के लिए तैयार हो चुका था।
समाज के तानों के दबाव में की हत्या
जब यह बात गांव में फैली कि जाटव समुदाय की लड़की की शादी नाई समुदाय में तय हो गई है, तो गांव के लोगों ने ताने मारने शुरू कर दिए। पिता पर समाज का भारी दबाव पड़ने लगा। कुछ लोगों ने उसे ताने मारे कि जाटव होकर वह नाई के घर अपनी बेटी की शादी कैसे कर सकता है। इन तानों और समाज में अपनी इज्जत खोने के डर से पिता ने बेटी को गला दबाकर मार डाला।