चिकमंगलूर: भाजपा के पूर्व मंत्री व पार्टी महासचिव सीटी रवि ने जवाहर लाल विश्वविद्यालय का नाम स्वामी विवेकानंद के नाम पर करने की माँग की है।
एक बयान में भाजपा नेता सीटी रवि ने कहा कि “यह स्वामी विवेकानंद हैं जो भारत की विचारधारा के लिए खड़े हुए थे। उनके दर्शन और मूल्य भारत की ताकत को दर्शाते हैं।”
आगे अपने बयान में जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि “यह सही है कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय का नाम बदलकर स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय कर दिया जाए। भारत के देशभक्त संत का जीवन आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।”
गौरतलब है कि पिछले दिनों ही भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और कर्नाटक के पूर्व मंत्री सीटी रवि को तमिलनाडु, महाराष्ट्र और गोवा में पार्टी मामलों के लिए राज्य प्रभारी के रूप में नियुक्त किया गया था।
ज्ञात हो कि कर्नाटक में येदियुरप्पा मंत्रिमंडल में पर्यटन, कन्नड़ और संस्कृति मंत्री के रूप में कार्य करने वाले सीटी रवि राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी मामलों के प्रबंधन में एक उच्च पद दिए जाने के बाद इस साल 3 अक्टूबर को अपने पद से हट गए थे। वह कर्नाटक के चिकमंगलूर निर्वाचन क्षेत्र से चार बार के विधायक हैं, और अपने कट्टर हिंदुत्व राजनीतिक रुख के लिए जाने जाते हैं।
पीएम ने विवेकानंद मूर्ति का किया अनावरण:
जवाहर लाल विश्वविद्यालय इसी हफ्ते सुर्खियों में भी बना रहा जैसा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार 12 नवम्बर को जेएनयू के परिसर में स्वामी विवेकानंद की आदमकद मूर्ति का अनावरण किया था। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुए इस अनावरण कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी उपस्थित थे। लेफ्ट का गढ़ कहे जाने वाले जेएनयू में इस कार्यक्रम को लेकर विरोध प्रदर्शन भी हुए थे। कई छात्र संगठनों ने परिसर में विवेकानंद की मूर्ति लगाने का विरोध करते हुए नारेबाजी की थी।
पीएम मोदी ने कहा था, ”आज हर कोई अपनी विचारधारा पर गर्व करता है। यह स्वाभाविक भी है। लेकिन, फिर भी हमारी विचारधारा राष्ट्रहित के विषयों में, राष्ट्र के साथ नजर आनी चाहिए, राष्ट्र के खिलाफ नहीं।”