बीरभूम: पश्चिम बंगाल में राज्य सरकार द्वारा बाटी जाने वाले साइकिल को एक दसवीं कक्षा की छात्रा ने लेने से मना कर दिया है। बीरभूम जिले से आने वाली छात्रा मौत्रीशा डे ,जोकि एक स्थानीय भाजपा नेता की बेटी है, उन्होंने अपने पिता की गिरफ़्तारी के विरोध में ममता बनर्जी द्वारा बाटे जानी वाली साइकिल को लेने से इंकार कर दिया है।
कुसुमी हाई स्कूल में पढ़ने वाली मौत्रीशा ने हमें बताया कि उन्होंने पत्र लिख कर प्रशासन को अवगत कराया है कि उनके पिता को राजनितिक रंजिश के चलते पुलिस ने झूठे मुक़दमे में फंसाकर जेल भेजा था। जिसके विरोध में वह राज्य सरकार की तरफ से मिलने वाली साइकिल को नहीं लेने वाली है।
आगे छात्रा ने बताया कि बीते वर्ष 17 सितम्बर को उसके पिता को पुलिस ने झूठे मुक़दमे में फसाकर जेल भेज दिया था। पिता को 35 दिन तक जेल में रहना पड़ा था। जिसके बाद उनके पुरे परिवार को काफी कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।
छात्रा के अनुसार यह फैसला उसका व्यक्तिगत तौर पर लिया गया फैसला है।
वहीं विद्यालय के हेड मास्टर श्रीकांता मंडल ने हमें बताया कि साबुज साथी योजना के अंतर्गत 29 जनवरी को छात्राओं को साइकिल बांटी गई थी जिसको छात्रा ने लेने से इंकार कर दिया था। हमने इसकी जानकारी प्रशासन को दे दी है व साइकिल भी वापस कर दी गई है।
आपको बता दें कि इस योजना के तहत कक्षा 9 से लेकर 12 तक की छात्राओं को राज्य सरकार साइकिल भेंट करती है। जिसकी शुरुआत ममता बनर्जी ने वर्ष 2015 में करी थी।
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