आजमगढ़- उत्तरप्रदेश में आजमगढ़ जिले के जहानागंज थाना क्षेत्र में जमीन विवाद के एक मामले में ब्राह्मण वकील और एक पत्रकार पर दलितों ने लाठी, डंडों व धारदार हथियारों से जानलेवा हमला कर दिया। हमले के बाद घायल वकील अभयानंद पाण्डेय व पत्रकार शशिकांत मिश्र को बेहोशी की हालत में कोल्हुखोर प्राथमिक उपचार केन्द्र ले जाया गया, जहां हालत गंभीर होने पर उन्हें जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया।
पीड़ित के पिता ने दर्ज कराई प्राथमिकी
पीड़ित अभयानंद पाण्डेय के पिता डाॅ. देवेंद्रनाथ पाण्डेय ने शिकायत दर्ज करवाते हुए बताया कि उनके बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा हैं। इसी सिलसिले में बीते दिनों 16 जुलाई को राजस्व कर्मचारियों के द्वारा उन्हें विवादित जमीन पर बुलाया गया, जिसके चलते उनका बेटा अभयानंद पाण्डेय अपने एक दोस्त के साथ घटना स्थल पर गया था।
इसी बीच पहले से घात लगाए बैठे मुनीब पुत्र सहावदीन, देवानन्द उर्फ देवा पुत्र मुनीब, प्रमिला पत्नी मुनीब और मुनीब के एक अन्य बेटे ने भद्दी भद्दी गालियां देते हुए अभयानंद और शशिकांत के ऊपर लाठी, डंडों व धारदार हथियारों से हमला कर दिया, जिसमें वह गंभीर घायल हो गए और बेहोशी की हालत में आनन फानन में उन्हें कोल्हुखोर प्राथमिक उपचार ले जाया गया। जहां डाॅक्टरो ने दोनों की गंभीर हालत को देखते हुए जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया, अभयानंद को सिर पर गंभीर चोटे आने के बाद आईसीयू में भर्ती कराया गया हैं।
इतना ही नहीं पीड़ित पक्ष का आरोप है कि दलितों ने जमीन विवाद में मारपीट से पहले उन पर एससी एसटी एक्ट का मुकदमा भी दर्ज करा रखा है, जिसके चलते प्रशासन से मुआवजा राशि के रूप में लाखों रूपये की कमाई भी कर चुके हैं।
यूपी में ब्राह्मणों पर हमलें जारी
यूपी में ब्राह्मण पर हमले का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले मथुरा में भी एक ब्राह्मण पुजारी को जलाकर मार दिया था, जिसमें लगभग दो माह बीते जाने के बाद भी पुलिस आरोपियों को पकड़ नहीं पाई हैं। उसके पहले कानपुर में भी एक माँ-बेटी के घर को प्रशासन के बुलडोजर ने धराशायी कर दिया था, जिसमें दोनों माँ-बेटी की मौत हो गई थी।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.