पटना: बिहार के दरभंगा जिले में एक ब्राह्मण नाबालिग लड़की के साथ 10 दलित युवकों ने सामूहिक बलात्कार किया। घटना के बाद आरोपियों ने पीड़िता का वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया और परिवार को धमकी दी कि अगर उन्होंने पुलिस में शिकायत की, तो उन्हें फर्जी एससी/एसटी एक्ट के तहत फंसा दिया जाएगा। इस डर से परिवार ने 10 दिनों तक पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई, लेकिन जब गांव में मामला उजागर हुआ, तो कुछ लोगों के सहयोग से उन्होंने पुलिस का रुख किया।
गैंगरेप के बाद वीडियो बनाकर दी धमकी
रिपोर्ट के अनुसार, 15 मार्च की रात 16 वर्षीय पीड़िता शौच के लिए बाहर गई थी। तभी आरोपी दुर्गेश पासवान उसे बहला-फुसलाकर धोबियाही गाछी इलाके में ले गया, जहां पहले से ही 9 अन्य आरोपी – सुमित पासवान, दिलखुश पासवान, सचित पासवान, अमित पासवान, अंकुश पासवान, सुजीत पासवान, विशाल पासवान, राघव पासवान और अंकित पासवान मौजूद थे। सभी आरोपी शराब के नशे में थे। इन सभी ने बारी-बारी से पीड़िता के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और इस घटना का वीडियो भी बना लिया।
इसके बाद आरोपियों ने धमकी दी कि यदि पीड़िता ने किसी को बताया, तो वे वीडियो को वायरल कर देंगे और उसके परिवार को फर्जी एससी/एसटी एक्ट में फंसा देंगे। गैंगरेप के बाद आरोपी पीड़िता को गंभीर हालत में वहीं छोड़कर फरार हो गए। कुछ समय बाद एक स्थानीय व्यक्ति ने पीड़िता को नग्न अवस्था में डरा और सहमा हुआ पाया। उस व्यक्ति ने बताया, “हमने लड़की को बिना कपड़ों के, डरी-सहमी हालत में देखा। हमने उसे कपड़े दिए और घर तक पहुंचाया।” पीड़िता के पिता बाहर काम करते हैं, इसलिए परिवार इस घटना से बेहद डरा हुआ था और उन्होंने एफआईआर दर्ज कराने में देर की।गैंगरेप के बाद भी आरोपी लगातार पीड़िता को धमका रहे थे। वे उसे वीडियो कॉल कर दबाव बना रहे थे कि वह उनसे मिलने आए, नहीं तो वे वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर देंगे।
10 दिन बाद दर्ज हुई एफआईआर, दो आरोपी गिरफ्तार
डर और धमकियों के कारण पीड़िता के परिवार ने 10 दिनों तक चुप्पी साधे रखी, लेकिन 25 मार्च को उन्होंने हिम्मत जुटाकर पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई। बहेड़ा थाना प्रभारी चंद्रकांत गौड्डी ने बताया, “जैसे ही हमें सूचना मिली, हमने पीड़िता की मां की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है और घटनास्थल की जांच की गई, जहां खून के निशान मिले हैं।” अब तक पुलिस ने दो आरोपियों – दुर्गेश पासवान और सुमित पासवान – को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।
गिरफ्तार आरोपियों को भेजा गया जेल, बाकी की तलाश जारी
बेनीपुर के बहेड़ा थाना पुलिस ने दुष्कर्म मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पीड़िता की मां ने बहेड़ा थाना में आवेदन देकर अपनी नाबालिग पुत्री के साथ दुष्कर्म की शिकायत की थी, जिसमें महिनाम गांव निवासी दुर्गेश पासवान, सुमित पासवान, दिलखुश पासवान, सचित पासवान, अमित पासवान, अंकुश पासवान, सुजीत पासवान, विशाल पासवान, राघव पासवान और अंकित पासवान को अभियुक्त बनाया गया है। बहेड़ा थाना पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए सुमित पासवान एवं दुर्गेश पासवान को गिरफ्तार किया और सभी प्रक्रिया पूरी कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। बहेड़ा एसएचओ चंद्रकांत गौरी ने बताया, “मामले में दो अभियुक्तों की गिरफ्तारी कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। आगे की कार्रवाई जारी है।”
पुलिस का बयान – सभी दोषियों को मिलेगी कड़ी सजा
दरभंगा के ग्रामीण एसपी आलोक कुमार ने कहा, “हम मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं। एफआईआर दर्ज हो चुकी है, पुलिस टीम ने घटनास्थल का दौरा किया और पूछताछ की। चूंकि मामला देर से दर्ज हुआ है, इसलिए किसी निष्कर्ष पर पहुँचना जल्दबाजी होगी। सभी सबूतों की जांच की जा रही है और दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।”