ब्राह्मण रेप पीड़िता को ताबड़तोड़ चाकूओं से गोदा, गोली मारी, घटनाक्रम देखकर लोगों की कांपी रूह

जयपुर- हाल ही में राजस्थान की राजधानी जयपुर से अलग होकर नया जिला बने कोटपूतली बहरोड़ से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक ब्राह्मण रेप पीड़िता को भरे बाजार थाने से मात्र 20 मीटर की दूरी पर दो बदमाशों ने चाकूओं से गोद दिया और फिर बाद में सीने में गोली मार कर फरार हो गए। जिसके बाद पीड़िता को आनन-फानन में लहुलुहान अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां वह जिदंगी और मौत के बीच जंग लड़ रहीं है।

जानिए क्या है पूरा मामला?

पूरा घटनाक्रम प्रागपुरा थाना क्षेत्र से 20 मीटर दूर का बताया जा रहा है, जहां शनिवार देर शाम करीब 7:30 बजे पीड़िता अपने भाई के साथ स्कूटी पर सवार होकर प्रागपुरा जा रहीं थी। इसी बीच रास्ते में पीड़िता के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी राजेन्द्र यादव ने अपने एक साथी के साथ मिलकर उसका रास्ता रोक लिया। लेकिन जैसे ही पीड़िता के भाई ने स्कूटी रोकी तो आरोपी युवती पर चाकू लेकर टूट पडा़ और एक के बाद एक चाकू से कई वार किए। जब इतने से भी आरोपियों का दिल नहीं भरा तो उन्होंने पीड़िता के सीने में गोली मार दी और उसे मरा हुआ समझ कर मौके से फरार हो गए।

बता दे कि पीड़िता को बचाने आए उसके भाई के साथ भी आरोपियों द्वारा मारपीट की गई है। पीड़िता को गंभीर हालत में इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद डाॅक्टरों उसे एसएमएस हाॅस्पिटल जयपुर रैफर कर दिया है।

हालांकि प्रागपुरा थाना पुलिस ने रात में ही घटना में शामिल एक आरोपी महेश गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रहीं है। वहीं पीड़िता के भाई के द्वारा बताएं गए मुख्य आरोपी राजेन्द्र यादव की तलाश की जा रहीं है, पूरे मामले की जांच के लिए एक पुलिस टीम का भी गठन कर दिया गया है।

शिकायत के बाद पीड़िता को नहीं दी गई सुरक्षा

बता दे कि इस पूरे मामले में खुद पीड़िता ने 17 जून 2023 को प्राथमिकी दर्ज करवाते हुए पुलिस से आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने और सुरक्षा उपलब्ध कराने की गुहार लगाई गई थी, लेकिन प्रशासन के ढीले रवैये के चलते आज पीड़िता जिदंगी और मौत के बीच झूल रहीं है। वहीं पीड़िता के मुकदमा दर्ज कराने के बाद आरोपी राजेन्द्र यादव उसे जान से मारने और पीड़िता के फोटो और वीडियो वायरल करने की धमकी देकर मुकदमा वापिस लेने का दबाव बनाने लगा। पीड़िता के परिजनों का कहना है कि आरोपी द्वारा लगातार जान से मारने की धमकी दी जा रहीं थी, लेकिन प्रशासन की लापरवाही के चलते उनकी बेटी का यह हाल हुआ है।

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Kapil reports for Neo Politico Hindi.

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