लखनऊ: 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान सपा बसपा के बीच हुए गठबंधन को अब बसपा सुप्रीमो मायावती ने बड़ी भूल करार दिया है। गुरुवार को मीडिया संवाद में सपा पर एक के बाद एक लगातार हमले किए।
मायावती ने कहा कि “इस बार लोकसभा चुनाव में NDA को सत्ता में आने से रोकने के लिए हमारी पार्टी ने सपा सरकार में मेरी हत्या करने के षड्यंत्र की घटना को भूलाते हुए देश में संकीर्ण ताकतों को कमजोर करने के लिए सपा के साथ गठबंधन करके लोकसभा चुनाव लड़ा था।”
आगे जोड़ते हुए कहा कि “चुनाव का नतीजा आने के बाद इनका जो रवैया हमारी पार्टी ने देखा है, उससे हमें ये ही लगा कि केस को वापस लेकर बहुत बड़ी गलती करी और इनके साथ गठबंधन नहीं करना चाहिए था।”
“सपा के मुखिया गठबंधन होने के पहले दिन से ही एससी मिश्रा जी को ये कहते रहे कि अब तो गठबंधन हो गया है तो बहनजी को 2 जून के मामले को भूला कर केस वापस ले लेना चाहिए, चुनाव के दौरान केस वापस लेना पड़ा।”
“इनका एक और दलित विरोधी चेहरा हमें कल राज्यसभा के पर्चों के जांच के दौरान देखने को मिला। जिसमें सफल न होने पर ये ‘खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे’ की तरह पार्टी जबरदस्ती बीएसपी पर बीजेपी के साथ सांठगांठ करके चुनाव लड़ने का गलत आरोप लगा रही है।”
अंत में उन्होंने कहा कि “बसपा समाजवादी पार्टी के दूसरे उम्मीदवार को हराने के लिए भावी यूपी एमएलसी चुनावों में भाजपा या किसी भी पार्टी के उम्मीदवार को वोट देगी। उन्होंने कहा, “पार्टी का कोई भी उम्मीदवार, जो सपा के दूसरे उम्मीदवार पर हावी रहेगा, उसे बसपा के सभी विधायकों का वोट ज़रूर मिलेगा।”
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