बारां: राजस्थान के बारां जिले में मामूली विवाद के बाद एक ग्राहक पर धारदार हथियारों से हमले के बाद इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैल गया।
जिले के छाबड़ा क्षेत्र में दो पक्षों में शुरू हुआ मामूली विवाद इतना गहरा गया कि इस विवाद ने सांप्रदायिक संघर्ष का रूप ले लिया।
दरअसल गत शनिवार को छाबड़ा क्षेत्र के धरनवदा चौराहे पर फल खरीद रहे कमल सिंह की किसी बात पर वहां मौजूद फरीद आबिद और समीर से कहासुनी हो गई। तो इन तीनों युवकों ने चाकू जैसे अन्य धारदार हथियारों के साथ कमल सिंह पर हमला कर दिया तथा बीच-बचाव करने आए अन्य विक्रेता राकेश नागर पर भी आबिद फरीद और समीर ने हमला कर दिया था।
इसके बाद मामले ने सांप्रदायिक संघर्ष का रूप ले लिया और दोनों पक्षों में पत्थरबाजी हुई दुकानों में आगजनी हुई और छह दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया। पत्थर की दुकानों में रखे सामान को भी लूट कर ले गए।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पहले क्षेत्र में बिजली बंद कर दी गई तो शाम 4:00 बजे जिला कलेक्टर बारां ने छाबड़ा क्षेत्र में कर्फ्यू का आदेश दिया और संभागीय आयुक्त ने क्षेत्र में इंटरनेट भी बंद कर दिया।
शनिवार को हुए उपद्रव के बाद कुछ लोग धरनावदा चौराहे पर एकत्रित होकर बातें कर रहे थे तो दूसरा पक्ष भी सामने आ गया और पत्थरबाजी शुरू कर दी। जिसके बाद पुलिस और उपद्रवियों में भी पथराव हुआ और करीब एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने हालात काबू करने के लिए बल प्रयोग किया फिर एसपी विनीत बंसल ने भी हालातों का जायजा लिया।
इसके बाद पूर्व मंत्री प्रतापसिंह सिंघवी ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि यदि पुलिस शुरुआत में ही गंभीर रहती तो घटना सांप्रदायिक तनाव में ना बदल पाती। घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की इसके बाद आरोपी आबिद फरीद और समीर को गिरफ्तार कर लिया गया।