कल्लाकुरुचि(तमिल नाडु): राज्य के कल्लाकुरुचि जिले में तीन दलित युवको ने मिलकर शादी से इंकार करने पर एक लड़की की निर्मम हत्या कर दी।
घटना जिले के देवयानिथळं गाँव की है जहां वीरमणि की 18 वर्षीय पुत्री सरस्वती का शव गाँव से कुछ ही दूरी पर पड़ा मिला था। मृतका के पिता ने हत्या की रिपोर्ट स्थानीय पुलिस थाने में दर्ज कराई थी। पिता के अनुसार उसकी बेटी को दलित संगठन दलित पैंथर्स से जुड़े कुछ युवकों ने मौत के घाट उतारा है। उक्त बिन्दुओ पर जांच करने के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी रंगास्वामी को गिरफ्तार किया था।
रंगास्वामी ने अपना जुर्म कबूलते हुए पुलिस को बताया कि वह युवती से एकतरफा प्यार करता था। लेकिन लड़की उसके प्यार को ठुकराती हुई आ रही थी। कुछ दिनों पहले उसे ज्ञात हुआ कि सरस्वती की शादी किसी से तय हो गई है जिसपर आरोपियों ने घटना के दिन उसे आखिरी बार मिलने के लिए बुलाया था। सरस्वती ने जब मिलने के बाद भी आरोपियों के प्रस्ताव को ठुकरा दिया तो उन्होंने पहले मृतका को धमकाने का प्रयास किया। सरस्वती के न मानने पर रंगास्वामी ने अपने दो दोस्तों तविन्द्रन व कृष्णास्वामी के साथ मिलकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी।
मामले में मीडिया द्वारा रिपोर्ट न करने पर लोगो का गुस्सा सोशल मीडिया पर फूट पड़ा। सोशल मीडिया यूजर्स ने आरोपियों के दलित जाति से आने व युवती के ऊँची जाति से आने के कारण मामले को न उठाने पर आक्रोश जाहिर किया है।
एससी एसटी एक्ट की दे चुके है धमकी
आरोपी कई बार लड़की को एससी एसटी एक्ट में फ़साने की भी धमकी दे चुके थे बावजूद वह मानने को राजी नहीं थी। कई बार प्रयास करने के बाद आरोपियों ने लड़की को मौत के घाट उतारने का प्लान बनाया था।
VCK पार्टी से जुड़े है आरोपी, ब्राह्मणो के लिए द्वेष फैलाने में है अव्वल
आरोपी दलित पैंथर्स के नाम से कुख्यात VCK पार्टी से जुड़े हुए है। VCK तमिल राष्ट्रवाद की बातो को अमल में लाती है। VCK को आतंकी संगठन LTTE के समर्थन के लिए जाना जाता है। दलित पैंथर्स ब्राह्मणो व सनातन धर्म के विरुद्ध जहर उगलने के लिए भी कुख्यात है।