‘भगवान परशुराम की जयंती पर हो राजकीय अवकाश’- पूर्व केंद्रीय मंत्री नें CM योगी को लिखा पत्र

लखनऊ (UP): भगवान परशुराम की जयंती पर अब अवकाश की माँग उठाई गई है।

उत्तरप्रदेश में अब विपक्ष की राजनीति में भगवान परशुराम केंद्र बिंदु बन गए हैं। जहाँ सपा बसपा भगवान के नाम से अस्पताल व मूर्तियां बनाने की घोषणा कर रही हैं वहीं अब पूर्व कांग्रेस मंत्री जितिन प्रसाद ने परशुराम जयंती पर राजकीय अवकाश घोषित करने की माँग की है।

प्रसाद ने इस बाबत उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। प्रसाद ने मसले पर बयान में कहा कि “जन-जन की आस्था के प्रतीक भगवान परशुराम जी जयंती पर वर्षो से चला आ रहा राजकीय अवकाश जो अब उ.प्र.में निरस्त है। सरकार उनकी जयंती पर पुनः प्रारम्भ कर ब्रह्म समाज की भावनाओं की कद्र करे।”

ब्राह्मण वोट खातिर अखिलेश परशुराम मूर्ति लगवा रहे हैं: बसपा सुप्रीमो

दरअसल रविवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सपा व अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि “उन्हें अपने कार्यकाल में ही परशुराम की प्रतिमा लगवा लेनी चाहिए थी। लेकिन चुनाव आने से पहले समाजवादी पार्टी ब्राह्मण वोटों के खातिर मूर्ति लगाने की बात कह रही है, जिससे पता चलता है कि सपा की हालत प्रदेश में कितनी खराब है।”

बसपा सुप्रीमो ने आज घोषणा में कहा कि “सत्ता में वापसी करने पर बसपा परशुराम के नाम पर अस्पताल व साधु-संतों के ठहरने के लिए स्थल बनवाएगी।”

आगे मायावती ने कहा कि “ब्राह्मण समाज को बसपा पर पूरा भरोसा है, जैसा कि हमने उन्हें उचित प्रतिनिधित्व दिया है। बसपा समाजवादी पार्टी की तरह कहती नहीं है, बल्कि करके दिखाती है। हमारी पार्टी हर समाज, जाति, धर्म के संतों, महापुरषों को पूरा सम्मान देती है।”

अंत में उन्होंने सपा पर तीखा निशाना साधते हुए कहा कि “BSP सरकार ने महान संतों के नाम पर कई जनहित योजनाएं शुरू की थीं और जिलों के नाम रखे थे, लेकिन जातिवादी मानसिकता और द्वेष की भावना से सपा ने इन्हें बदल दिया। लेकिन 2022 में बसपा सरकार बनने पर इन्हें फिर बहाल किया जाएगा।

सपा में एक ओर बाबरी दूसरी ओर परशुराम: भाजपा 

भाजपा ने सपा के परशुराम मूर्ति लगाने की योजना को लेकर समाजवादी पार्टी पर तगड़ा निशाना साधा है। बीजेपी नेता लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा, “हमें लखनऊ में भगवान परशुराम की मूर्ति स्थापित करने में कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन समाजवादी पार्टी की मंशा पर हमें आपत्ति है। एक तरफ उनके सांसद कहते हैं कि बाबरी थी और हमेशा एक मस्जिद होगी जबकि दूसरी तरफ वे भगवान परशुराम के बारे में बात करते हैं। ब्राह्मण भाजपा राज से नाखुश नहीं हैं।”

 


Donate to Falana DIkhana: यह न्यूज़ पोर्टल दिल्ली विश्विद्यालय के मीडिया छात्र अपनी ‘पॉकेट मनी’ से चला रहे है। जहां बड़े बड़े विश्विद्यालयों के छात्र वामपंथी विचारधारा के समर्थक बनते जा रहे है तो वही हमारा पोर्टल ‘राष्ट्रवाद’ को सशक्त करता है। वही दिल्ली विश्विद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में पढ़ रहे हमारे युवा एडिटर्स देश में घट रही असामाजिक ताकतों के खिलाफ लेख लिखने से पीछे नहीं हटते बस हमें आशा है तो आपके छोटे से सहयोग की। यदि आप भी हम छात्रों को मजबूती देना चाहते है तो कम से कम 1 रूपए का सहयोग अवश्य करे। सादर धन्यवाद, ‘जयतु भारतम’

                                                        
+ posts

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Previous Story

राममंदिर बधाई पर क्रिकेटर शमी की पत्नी को रेप की धमकी, पत्रकार बोले- ‘गंगा जमुनी तहजीब कहाँ गई’

Next Story

पत्रकार व उनके पुत्र को दलित दबंगो ने घर में घुस पिस्तौल, सरिया व चाकू से गोदा, फायरिंग कर हुए फरार

Latest from Spiritual

परीक्षा के दौरान ब्राह्मण छात्र को जनेऊ उतारने के लिए किया मजबूर, अखिल भारतीय ब्राह्मण मोर्चा ने की कार्रवाई की मांग

बजाली- असम के बजाली जिले में एक ब्राह्मण छात्र की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का…

लाउडस्पीकर पर अजान को लेकर राज ठाकरे के बाद अब मशहूर भजन गायिका अनुराधा पौडवाल ने भी जताई आपत्ति

मध्यप्रदेश– जबलपुर में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची मशहूर भजन गायिका अनुराधा पौडवाल ने…

MP: जबलपुर में महादेव मंदिर ट्रस्ट का प्रबंधन शासन ने अपने हाथों में लिया, ट्रस्ट के नाम है 23 एकड़ भूमि

जबलपुर: मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले में अब महादेव मंदिर ट्रस्ट का प्रबंधन शासन संभालेगा जिसके आदेश…