पानीपत- हरियाणा के पानीपत जिले में सरकारी कर्मचारी से एससी एसटी एक्ट में समझौते के नाम पर ढाई लाख रुपये की मांग करने वाले आरोपी को पुलिस ने रंगेहाथों गिरफ्तार कर जेल भेज दिया हैं। बता दे कि आरोपी मामले में समझौता करने और शपथपत्र देने के नाम पर कुल ढाई लाख रुपए की मांग कर रहा था, जिसमें से एक लाख रुपए आरोपी पहले ही ले चुका था। लेकिन जब आरोपी द्वारा दोबारा एक लाख रुपए की मांग की गई तो पीड़ित व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी, जिसके बाद पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से जांच पड़ताल की और आरोपी को रंगेहाथों रूपये लेते हुए गिरफ्तार कर लिया हैं।
दर्ज कराया झूठा मुकदमा
नोहरा गाँव निवासी कमल कुमार औधोगिक थाना पुलिस को दी तहरीर में बताया कि वह एमएसएमई विभाग में चपरासी के पद पर कार्यरत है, इसी विभाग के कार्यालय में शक्ति नगर निवासी अमित रंगा ने आधार सेवा केन्द्र खोल रखा हैं। कमल ने बताया कि कुछ समय पहले अमित ने उससे 12 हज़ार रुपये उधार लिए थे, जो वापस मांगने पर वह गाली गलौज करने लगा। जब उसने विरोध किया तो उसने उसके खिलाफ पुराना औधोगिक थाने में झूठा एससी एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज करा दिया।
आपको बता दे कि इस पूरे मामले में आरोपी अमित द्वारा फैसला करने और शपथपत्र देने के बदले में ढाई लाख रुपये की मांग की गई, जिसके चलते पीड़ित ने 5 नवंबर को एक लाख रुपये दे दिया था। जिसका पीड़ित ने वीडियो भी बनाया था। लेकिन आरोपी अमित दोबारा उससे एक लाख रुपये की मांग करने लगा, जिससे परेशान होकर पीड़ित कमल कुमार ने पुराना औधोगिक थाने में तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई।
पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से किया गिरफ्तार
वहीं इस पूरे मामले में सच सामने लाने के लिए पुलिस ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट जिला कल्याण अधिकारी जयपाल हुड्डा के साथ मिलकर एक योजना बनाई और पांच-पांच सौ की 50 हजार की दो गड्डियां तैयार की। जिसके बाद ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने दोनों गड्डियों में से एक-एक नोट निकाला और अपने हस्ताक्षर कर कमल कुमार को वापस दि दिए। फिर जैसे ही कमल ने अमित को एक लाख रुपये दिए और पुलिस ने उसे रंगेहाथों पकड़ लिया और मजिस्ट्रेट द्वारा हस्ताक्षर किए गए नोट बरामद कर लिए।
पुराना औधोगिक थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार का कहना है कि आरोपी अमित से गहनता से पूछताछ कर पहले लिए हुए एक लाख रुपये भी बरामद कर लिए गए है। साथ ही बुधवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया हैं।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.