नई दिल्ली: कश्मीर में हिन्दू – सिखों की नृशंस हत्याओं के विरोध में बजरंग दल ने देश भर में विरोध प्रदर्शन कर पाकिस्तान व आतंकवाद पुतला दहन किया है।
कश्मीर घाटी में हुए हिन्दू – सिखों की नृशंस हत्याओं के विरुद्ध शनिवार को सारा देश उबाल पर था। घटनाओं के विरोध में विश्व हिन्दू परिषद की युवा शाखा बजरंग दल के नेतृत्व में लाखों राष्ट्र भक्त युवाओं ने देश भर में जम्मू से कन्याकुमारी तथा गुवाहाटी व ईटानगर से जैसलमेर तक लगभग 3500 स्थानों पर प्रदर्शन कर आतंकवाद व आतंकी पाकिस्तान का पुतला दहन किया।
शनिवार को जारी किए एक प्रेस रिलीज में विहिप ने कहा कि हिंदू समाज पर लगातार हो रहे हमलों के विरोध में किए गए इन विराट प्रदर्शनों में जिहादी आतंकवाद के समूल नाश के संकल्प के साथ कश्मीरी पीड़ित हिंदु – सिख परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए यह संदेश भी दिया गया कि सम्पूर्ण देश उनके साथ खड़ा है तथा जिहादी आतंकवाद की कब्र भारत ही खोदेगा।
विहिप के केन्द्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने मदुरै में प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए दोहराया कि कश्मीर घाटी में पाँच दिनों में सात भारतीयों की नृशंस हत्याएं विश्व समुदाय की आँखें खोलने वाली हैं। आतंकवाद को राजनैतिक हथियार के रूप में प्रयोग करने वाले पाकिस्तान का विश्व समुदाय द्वारा बहिष्कार किया जाना चाहिए।
कन्याकुमारी में प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक सोहन सिंह सोलंकी ने कहा कि 1309 वर्षों से भारत इस्लामी आतंकवाद से लड़ रहा है। हम इसे एक – एक आतंकवादी की समाप्ति तक लड़ेंगे। कश्मीर में एक बार फिर से 1990 के दशक की तरह चुन चुन कर हिंदुओं की हत्याएं की जा रही है।
उन्होंने आगे कहा कि यह सब सीमा पार से पाकिस्तान प्रेरित आतंकवादियों द्वारा किया जा रहा है। जम्मू – कश्मीर से धारा 370 और 35A के हटने के बाद अब अफगानिस्तान में तालिबानी शासन के कारण आतंकवादी घटनाओं में एका एक वृद्धि हुई है। भारत सरकार कश्मीर से हो रहे हिन्दुओं के पलायन को रोके, उनकी सुरक्षा की व्यवस्था करें और कश्मीर के हर एक हिंदू को आत्मरक्षा हेतु शस्त्र लाइसेंस जारी करे तथा विस्थापितों के सुरक्षित पुनर्वास की व्यवस्था करे।
कर्नाटक के बेंगलुरु में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बजरंग दल के राष्ट्रीय सह – संयोजक सूर्य नारायण ने कहा कि आतंकी या तो अपने आकाओं के पास आतंकिस्तान लौट जाएं अन्यथा देश का हिन्दू युवा इसका प्रतिकार करना जानता है।