माववादी विचारधारा से त्रस्त होकर 27 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के सामने किया समर्पण

दंतेवाड़ा: नक्सलवाद व उससे जुड़ी विचारधारा के लिए छत्तीसगढ़ में बड़ा झटका लगा है। जैसा कि 27 नक्सली, जिनमें से 5 पर नकद पुरस्कार थे, ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में आत्मसमर्पण कर दिया और कहा कि वे पुलिस के पुनर्वास अभियान से प्रभावित हैं और माओवादी विचारधारा से निराश हैं।

उन्होंने कहा कि नक्सलियों के पुनर्वास के लिए इस साल जून में शुरू की गई मुहिम ‘लोन वरतु’(आपके घर / गांव में वापसी) नाम का जिला पुलिस का अभियान सकारात्मक परिणाम दे रहा है, क्योंकि अब तक 177 नक्सल इसके तहत आत्मसमर्पण कर चुके हैं।

दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने कहा, “ताजा मामले में, 6 महिलाओं सहित कुल 27 कैडर, जिले के बारसूर पुलिस स्टेशन में वरिष्ठ पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारियों के सामने खुद को समर्पण कर दिया।”

उनमें से, 11 कैडर गुफ़ा गाँव के मूल निवासी हैं, 7 बेदमा के हैं, 5 मंगरार के हैं, 3 हितवाड़ा के हैं और 1 हाथवाड़ा के हैं, उन्होंने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए अपनी पहचान का खुलासा किए बिना कहा।

दंडकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संगठन (DAKMS), क्रांतिकारी महिला आदिवासी संगठन (KAMS) के सदस्य – माओवादियों के ललाट पंख, चेतन्य नाट्य मंडली (माओवादियों के CNM- सांस्कृतिक अपसंस्कृति) और जन-मिलिशिया समूहों, श्री ललवावा के रूप में ये सक्रिय थे।

वे सभी कथित रूप से पुलिस टीमों पर हमले, IED विस्फोटों को ट्रिगर करने और माओवादी पोस्टर और बैनर लगाने में शामिल थे। उनमें से पांच पर 1 लाख का इनाम रखा गया था।

उन्होंने अपने बयान में कहा, वे “खोखले” माओवादी विचारधारा से निराश थे। उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में उनके सहयोगियों द्वारा स्थानीय पुलिस के लोण वारतु ’अभियान के एक भाग के रूप में आत्मसमर्पण ने भी उन्हें हिंसा छोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया। श्री पल्लव ने कहा कि उनमें से प्रत्येक को तत्काल 10,000 की तत्काल सहायता दी गई और सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के अनुसार सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।

लोण वरतु ’(स्थानीय गोंडी बोली में गढ़ी गई) पहल के तहत, दंतेवाड़ा पुलिस ने कम से कम 1,600 नक्सलियों के पैतृक गाँवों में पोस्टर और बैनर लगाए हैं, जिनमें से ज्यादातर ने अपने सिर पर नकद इनाम रखा है, और उन्हें मुख्यधारा में लौटने की अपील की है।

+ posts

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Previous Story

‘चीन ने मशहूर मस्जिद के गुम्बद को किया विध्वंस, अन्य कई इस्लामिक प्रतीकों में हो रहे बदलाव’- रिपोर्ट

Next Story

अमेठी:भ्रष्टाचार केस से बचने का आखिरी उपाय था शिकायतकर्ताओं को फ़साना, आग लगाना प्रधानपति को पड़ गया उल्टा

Latest from देश विदेश - क्राइम

कर्नाटक हाईकोर्ट ने SC-ST एक्ट मामले में 99 को दी जमानत, चार झोपड़ी जलाने के आरोप में मिली थी आजीवन कारावास

कर्नाटक: हाईकोर्ट की धारवाड़ बेंच ने बुधवार को कोप्पल जिले के गंगावती तालुक के मरकुंबी गांव…