नई दिल्ली: देश की राजधानी में स्थित मंगोलपुरी इलाके में कुछ मुस्लिम युवको द्वारा बर्बरता से मारे गए रिंकू शर्मा पर मीडिया व पुलिस दोनों अलग अलग बयानबाजी कर रही है। जहां मृतक युवक के परिजनों के अनुसार युवक को इलाके के ही कुछ मुस्लिम युवको द्वारा बुरी तरह चाकुओ से वार कर मौत के घाट इसलिए उतार दिया गया क्यूंकि युवक जय श्री राम के नारे लगा रहा था तो वहीं पुलिस का कहना है कि युवक को पार्टी के दौरान हुए झगडे की वजह से मारा गया है।
इसी बीच फलाना दिखाना की टीम ने मौके पर पहुंच कर पूरे प्रकरण की सच्चाई जानने का प्रयास किया। रिंकू शर्मा के घर पहुंचकर हमने परिजनों, पड़ोसियों व रिंकू के दोस्तों से बातचीत कर पूरी सच्चाई समझने की कोशिश करी। घटना करीब रात 12.30 बजे की बताई जा रही है। रिंकू के घर से दो चार घर छोड़कर मुख्य आरोपी इस्लाम का घर भी है जिसे गली में लोग लाली के नाम से भी जानते है।
घटना पर मौके पर मौजूद रहे पड़ोसियों ने हमें कई चौकाने वाली बाते बताई जिसे मीडिया ने न जानना चाहा व न ही दिखाने में रूचि ली। रिंकू के पड़ोसियों ने हमें बताया कि उस रात करीब 12 लोग रिंकू के घर पहुंचे थे। उन्होंने सबसे पहले घर में आग लगाने का प्रयास किया था।
आरोपियों ने घर के सिलिंडर में आग लगाने का प्रयास किया जिसे परिजनों ने किसी प्रकार आग से बचा लिया। इसी बीच आरोपियों ने बेहद चालाकी से रिंकू को परिजनों से अलग करते हुए गली में धकेल दिया व उसपर ताबतोड़ चाकुओं से वार कर दिया। चाकुओं का प्रहार होने के बाद भी रिंकू का उन्होंने गली में पीछा किया व एक बार चाकू को फिर निकालकर उसकी पीठ पर घोप दिया था। पूरा मामला रिंकू के घर के 100 से 150 मीटर के दायरे में ही घटित हुआ है।
चाकू से हमला होने के बाद भी लगाए “जय श्री राम” के नारे
प्रत्यक्षदर्शियो ने हमें बताया कि चाकू से हमला होने के बाद भी रिंकू बड़ी बहादुरी से जय श्री राम के नारे लगा रहा था। उनका पुराना झगड़ा इसी नारे को लेकर ही था।
चाकू लगने के बाद भी नहीं घबराया रिंकू, स्कूटी पर बैठ कर जा रहे थे अस्पताल
चाकू लगने के बाद भी रिंकू के माथे पर बिलकुल घबराहट नहीं दिखी। रिंकू के पड़ोसियों ने बताया कि उसका काफी खून बह गया था। बावजूद इसके रिंकू स्कूटी से भी अस्पताल जाने के लिए तैयार था। लेकिन अस्पताल ले जाने के बाद ही रिंकू ने दम तोड़ दिया।
आरोपी के साथ खेलता था क्रिकेट
रिंकू के दोस्तों ने हमें बताया कि सभी आरोपी रिंकू के छोटे भाई के साथ क्रिकेट खेलने आया करते थे। नौ साल पहले ही गली में आये थे। आरोपी घर में अंडर वियर बनाने की फैक्ट्री चलाते थे। जबकि रिंकू अस्पताल में लैब टेक्निसियन था। आरोपियों में से इस्लाम को मृतक द्वारा कोरोना काल में अस्पताल की मदद व खून दान देने के भी बाते सामने आई है।
राम मंदिर बनने का मनाया था रैली निकाल कर जश्न, इसी से खफा हुए थे आरोपी
सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने के बाद रिंकू शर्मा ने गली वालो के साथ मिलकर राम मंदिर पर आये निर्णय का जश्न मनाया था। जिससे आरोपी खफा थे। दोस्तों के अनुसार उस वक़्त रिंकू से हुई नोकझोक को सभी ने मिलकर सुलझा दिया था लेकिन यह आरोपियों के दिल में घर कर गया था। राम मंदिर के जश्न के दौरान आरोपियों ने इसपर कड़ी आपत्ति जताई थी। जिसपर रिंकू ने आपत्तियों को दरकिनार करते हुए जय श्री राम के नारे लगाए थे। तबसे से आरोपियों से रिंकू की तकरार चल रही थी। जोकि समय के साथ बढ़ती ही चली गई। वहीं राम मंदिर के लिए निधि समर्पण कार्यक्रम के बाद आरोपियों ने रिंकू को योजनाबद्ध तरीके से मारने की ठानी थी। जिसके बाद परसो रात करीब 12 मुस्लिम युवको ने मिलकर चाकुओं से गोदकर रिंकू को मौत के घाट उतार दिया। हालाँकि चाकू मारे जाने के बाद भी रिंकू ने जय श्री राम के नारे लगाए थे जिसको सुन आरोपियों ने भागने से पहले एक बार फिर से चाक़ू निकाल कर रिंकू की पीठ पर घोप दिया जो आगे चलकर मौत का कारण बना।
मोहल्ले के लोगो ने कहा “मुस्लिम किरायदारों का कमरा कराएँगे खाली”
मौके पर घटना से बुरी तरह आक्रोशित लोगो ने हमें बातचीत में बताया कि वह अब एक मुहीम चलाकर सभी मुस्लिमो को हिन्दुओ के घरो से कमरा खाली करने को कहेंगे। स्थानीय लोगो के अनुसार इस घटना ने उनकी आँखे खोल दी है।
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