नई दिल्ली : भारत में चीनियों के आर्थिक मोर्चेबंदी पर उद्योगपतियों नें अपार समर्थन किया है।
भारत व चीन के बीच सीमा विवाद के बाद अब भारत के उद्योग चीन को बॉयकॉट करने में लगातार देश को समर्थन कर रहे हैं। इसी कड़ी में अब चीन की आर्थिक रोटी बंद करने के लिए साइकल बनाने वाली देश की मशहूर इंडस्ट्री हीरो नें चीन से 900 करोड़ का साझा व्यापार बंद करने की घोषणा कर दी है।
हीरो साइकिल्स के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक (MD) पंकज मुंजाल ने शुक्रवार को चीन के साथ 900 करोड़ रुपये के आगामी व्यापार संबंधों को रद्द करने की घोषणा की है।
मुंजाल ने मीडियाकर्मियों के साथ बातचीत करते हुए कहा, “आने वाले 3 महीनों में, हमें चीन के साथ 900 करोड़ रुपये का कारोबार करना था, लेकिन हमने उन सभी योजनाओं को रद्द कर दिया है। यह चीनी उत्पादों का बहिष्कार करने की हमारी प्रतिबद्धता है।
हीरो साइकिल कम्पनी साइकिलों के पार्ट्स को आयात कर रहा था और यहां तक कि एडवांस्ड साइकिलों को भी तैयार करती थी जिन साइकिलों की बाजार में कीमत 15,000 रुपये से लेकर 7 लाख से अधिक है।
मुंजाल ने कहा कि उन्होंने चीनी कंपनियों के साथ व्यापारिक संबंध तोड़ दिए हैं और अब नए बाजारों की तलाश कर रहे हैं। जर्मनी बड़ा बाजार है जिसे मुंजाल चीन के विकल्प के रूप में देख रहा है। उन्होंने कहा कि हीरो साइकिल्स जर्मनी में अपना प्लांट स्थापित करने की योजना बना रही हैं, जहां से वे यूरोपीय बाजारों को पूरा कर सकते हैं।
मुंजाल ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में दुनिया भर में साइकिल की मांग बढ़ी है और हीरो साइकिल भी इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अपनी क्षमता बढ़ा रही है। हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि लॉकडाउन अवधि के दौरान छोटी कंपनियों को नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा, “यही कारण है कि हम उनकी मदद के लिए आगे आए हैं और इसलिए उन्हें तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं ताकि वे एडवांस्ड साइकिल पार्ट्स को बनाना शुरू कर सकें जो चीन से आयात किए जा रहे हैं।”
#HeroCycles cancels the trade deal worth Rs 900 crore with #China proposed in the next three months. pic.twitter.com/IdhZ3CzmYL
— All India Radio News (@airnewsalerts) July 4, 2020
उन्होंने कहा, “लुधियाना के धनानसु गांव में एक बार साइकिल वैली बन जाने के बाद, हम आसानी से चीन का मुकाबला कर सकते हैं। यदि भारत नवीनतम कंप्यूटर बना सकता है, तो हम हाई-टेक साइकिल क्यों नहीं बना सकते हैं। उन्होंने दावा किया कि भारत में हर प्रकार का साइकिल निर्माण संभव है। उन्होंने कहा कि उन्होंने पंजाब के उद्योग मंत्री के साथ छोटी इकाइयों के नुकसान की चर्चा भी की थी।
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