गुवाहाटी: असम के नए मुख्यमंत्री के चेहरे पर अंततः पूर्ण विराम लगाते हुए हेमंत बिस्वा सरमा ने आज राज्य के नए मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली।
नॉर्थ-ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (NEDA) के संयोजक हिमंत बिस्वा सरमा को सोमवार को गुवाहाटी में श्रीमंत शंकरदेवा कलाक्षेत्र में राज्यपाल जगदीश मुखी द्वारा असम के 15 वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई।
मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद, हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि उनकी सरकार राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) सूची का फिर से सत्यापन करेगी।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि उनकी सरकार “एनआरसी सूची में सीमावर्ती जिलों में 20 प्रतिशत और अन्य जिलों में 10 प्रतिशत का पुन: सत्यापन करना चाहती है।”
ज्ञात हो कि असम एनआरसी अंतिम सूची 2019 में 31 अगस्त को प्रकाशित हुई थी, जिसमें 19 लाख से अधिक लोग बाहर हो गए थे जिसमें वो भी शामिल थे जिन्होंने अपने दावे प्रस्तुत नहीं किए थे।
हिमंत बिस्वा सरमा ने यह भी कहा कि उनकी सरकार चुनाव से पहले किए गए अपने सभी वादों को पूरा करेगी, जिसमें “लव जिहाद और भूमि जिहाद के खिलाफ कानून” भी शामिल है।
सरमा ने यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असोम-इंडिपेंडेंट (उल्फा-आई) के प्रमुख परेश बरुआ सहित सभी विद्रोही समूहों से भी अपील की कि वे राज्य में स्थायी शांति लाने के लिए बातचीत के लिए आगे आएं।
सीएम सरमा ने आगे कहा कि नई सरकार का मुख्य उद्देश्य असम को देश के शीर्ष पांच राज्यों में शामिल करना है। वहीं हेमंत के मुख्यमंत्री बनने पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह समेत कई केंद्रीय मंत्रियों ने उन्हें बधाई दी।