बागपत: एक ओर जहां किसान यूनियनों ने 3 कृषि कानूनों के खिलाफ बंद बुलाया था उसके उलट उत्तर प्रदेश के बाघपत में हजारों किसानों ने समर्थन भी किया।
दरअसल बागपत में किसानों ने भारत-बन्द के ख़िलाफ़ आवाज बुलंद करते हुए लगभग 500 ट्रैक्टर और 700 बाइक लेकर रैली की। किसानों ने इसके जरिए कृषि क़ानूनों का समर्थन कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया।
संयुक्त मोर्चा के किसानों ने चक्का जाम भी किया
उधर दूसरी ओर संयुक्त किसान मोर्चा ने शुक्रवार को भारत बंद का एलान किया था। जिसके कारण बागपत में कई जगह किसानों ने दिल्ली सहारनपुर नेशनल हाइवे को जाम कर दिया। दिल्ली-यमुनोत्री हाइवे पर ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़ी की और जीवाणा टोल प्लाजा पर किसानों ने जाम लगाया। किसानों ने टोल प्लाजा के बीचों बीच ट्रैक्टर भी लगाए इस दौरान पुलिस बल की तैनाती रही और 3 बजे तक सड़कें जाम रखी गईं।
बाघपत के किसानों ने समर्थन में सौंपा था ज्ञापन:
हालांकि ये पहली बार नहीं है जब बागपत के किसानों ने कृषि कानूनों का समर्थन किया हो। इसके पहले किसान आंदोलन के शुरुआती दिनों 24 दिसंबर को किसान मजदूर संघ, बागपत, उत्तरप्रदेश के प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात कर सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि सुधार कानूनों के समर्थन में ज्ञापन दिया था।
इस दौरान किसानों ने कृषि मंत्री से कहा था कि ये सभी बिल किसानों के हित में हैं, इन्हें वापस नहीं लिया जाना चाहिए। वहीं किसान संगठन से मुलाकात के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया था कि किसान मजदूर संघ, बागपत कृषि भवन में आए। हमने उनका स्वागत किया। ये सभी किसान कृषि सुधार कानूनों का समर्थन करना चाहते हैं। इन्होंने मुझे समर्थन पत्र भी दिया। उन्होंने कहा कि कृषि सुधार कानूनों में संशोधन के लिए सरकार को दबाव में आने की जरूरत नहीं है।