महाराष्ट्र : पहली बार मेनिफेस्टो में SC-ST एक्ट के दुरूपयोग को रोकने स्टांप पेपर में हस्ताक्षर करके वादा किया गया है |
देश में हर जगह चुनावी सरगर्मियां अपने लब्बोलुआब पर हैं, जगह जगह कसमें वादे निभाने की बातें कही जा रही हैं | कोई 15 लाख पर तंज कस रहा है तो दूसरा हर गरीब के खाते में 72 हजार वाले वादे को आड़ों हाथ ले रहा है | उधर इस चुनाव में कई पार्टियाँ व नेता अजीबोगरीब मेनिफेस्टो भी ला रहे हैं |
ऐसा ही एक मेनिफेस्टो यानी चुनावी घोषणापत्र महाराष्ट्र से आया है | दरअसल डीएनए इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक ये मेनिफेस्टो मराठा क्रांति मोर्चा के निर्दलीय उम्मीदवार व नबी मुंबई निवासी विनोद पोखर्कर नें जारी किया है | यह वही संगठन है जिसनें शिक्षण संस्थाओं में मराठाओं के लिए आरक्षण की माँग की थी |
इस मेनिफेस्टो को जारी करते हुए श्री विनोद नें कहा कि वादा तो सभी करते हैं लेकिन निभाता कोई नहीं जैसे वादा किया गया था कि “सबके खाते में 15 लाख आएँगे लेकिन नहीं आए” |
इस मेनिफेस्टो में कई वादों को निभाने के लिए बकायदा एक स्टांप पेपर में हस्ताक्षर किया गया है जैसे SC-ST एट्रोसिटी (1989) एक्ट के दुरुपयोग को रोकना, मराठा आंदोलन में युवकों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेना, 2016 में कपर्दी में मराठा लड़की से दुष्कर्म करने वाले को मृत्युदंड की सजा दिलाने, आदि |