जयपुर: राजस्थान के जमवारामगढ़ तहसील के रायसर गाँव में दलित महिला को जिंदा जलाने के मामले में पुलिस और राज्य महिला आयोग का चौंकाने वाला बयान सामने आया हैं।
जिसमें महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रियाज़ का कहना है कि हमने जब घटना स्थल पर पहुंच कर दोनों पक्षों और घटना के प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि शिक्षिका कर्जदारों पर कई दिनों से पैसों के लेन देन के लिए दबाव बना रही थी, जिसके बाद उसने खुद ही पेट्रोल डालकर आग लगा ली थी।
वहीं प्रकरण की जांच कर रही एएसपी भवानी सिंह का भी कहना है कि मामले में शिक्षिका द्वारा आत्महत्या करना सामने आया है, जिसके बाद आत्महत्या करने के लिए उकसाने के मामले में पुलिस ने परिवार के छ सदस्यों सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया हैं।
इतना ही नहीं महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रियाज़ का कहना है कि मृतक महिला अनीता रैंगर लोगों को ब्याज पर पैसे दिया करती थी और अधिक ब्याज मांग कर धमकाती थी।
जानिए क्या था मामला?
दरअसल 10 अगस्त की सुबह आठ बजे मृतका अनीता रैंगर अपने छ साल के बेटे के साथ वीणा मेमोरियल स्कूल में पढ़ाने जा रही थी, जहां आरोप है उसी दौरान कि पैसों के लेन देन के मामले में कुछ लोगों ने उसे घेर लिया और पेट्रोल डालकर कर उसे जिंदा जला दिया था।
आग से 70 फीसदी झुलसने के बाद उसे स्थानीय अस्पताल ले जाया गया था. जहां हालत गंभीर होने पर पीड़िता को एसएमएस अस्पताल रैफर कर दिया गया था, जहां दो दिन बाद मंगलवार 12 अगस्त को उसकी मृत्यु हो गई थी।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.