भोपाल: मध्यप्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा है कि कोरोना वायरस अब भारतीय वेरियंट बन गया है।
शुक्रवार को राजधानी भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कोरोना वायरस को भारतीय वेरिएंट का नाम दे डाला। उन्होंने कहा कि आज ब्लैक फंगस आ गया, मैंने अख़बार में पढ़ा कि व्हाइट फंगस भी आ रहा है। यह बढ़ता ही जा रहा है और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान संतुष्ट हैं। यह गांव-गांव में फैल रहा है। पहले यह चीन के कोरोना के नाम से शुरू हुआ अब यह इंडियन वेरिएंट कोरोना बन गया है।
आगे कमलनाथ ने भारत को कोरोना राजधानी बताते हुए कहा कि आज भारत कोरोना की राजधानी बन चुका है। ब्रिटेन ने आवाजाही बंद कर दी, इसलिए की कहीं भारत का कोरोना देश में न आ जाए। शुरुआत में कहा गया कि ये कोरोना चीन से आया। मगर आज सारा विश्व कह रहा है कि ये भारत का स्ट्रेन है। एक वर्ष में सरकार ने कुछ नहीं किया।
कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा छुपाने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में दो महीने मार्च औरप अप्रैल में ही एक लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई है, जिसमें से 80 प्रतिशत लोग कोरोना वायरस की वजह से मरे हैं, जिसमें गांव और शहर के आंकड़े शामिल हैं।
चीनी वायरस कहने में संकोच क्यों: भाजपा
कमलनाथ द्वारा कोरोना वायरस को भारतीय स्ट्रेन बताने पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई। आज प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने इंदौर में एक प्रेस वार्ता में कहा कि मुझे बड़ा दु:ख है कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने इस महामारी को “इंडियन स्ट्रेन” नाम देकर भारत की छवि धूमिल करने की कोशिश की। आज सारी दुनिया जानती है कि ये महामारी चीन के वुहान शहर से आई है, लेकिन कमलनाथ को इस वायरस को चीनी कहने में संकोच क्यों होता है ?
वीडी शर्मा ने आगे कहा कि मैं कमलनाथ जी से पूछना चाहता हूँ कि ‘कोरोना’ कब से ‘इंडियन कोरोना’ हो गया ? चीन से आपकी कुछ विशेष ही मित्रता है कि आप चीन से निकले कोरोना वायरस को अब इंडियन कोरोना कह कर भारत की छवि बदनाम कर रहे हैं। कमलनाथ जी, चीन से दलाली का आपका पुराना इतिहास है, चीन के कोरोना वायरस को इंडियन कोरोना कहने के लिए भी कोई डील हुई है चीन से?
टूलकिट का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस की टूल किट में भी मुख्यतः देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि ख़राब करने के लिए कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से आह्वान किया गया था। चीन से निकले कोरोना वायरस को इंडियन कोरोना कह कर अपने आलाकमान के आदेश का अक्षरशः पालन करते दिख रहे कमलनाथ जी।
राज्यपाल कमलनाथ पर FIR दर्ज करें: गृहमंत्री
उधर मौत के आंकड़े छुपाने के आरोपों का खुद मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जवाब दिया। मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ जी बिना प्रमाण के आरोप लगा रहे हैं कि प्रदेश में कोरोना से 1 लाख से अधिक लोगों की मृत्यु हुई है। झूठ बोलकर जनता में भ्रम फैलाना प्रदेश का अपमान है। कमलनाथ जी प्रमाण दें या फिर इस्तीफा दें। मैं राज्यपाल महोदया से मांग करता हूँ कि इस मामले में उन पर FIR दर्ज करें।