MP- रोजगार सहायक भीकम जाटव ने जिंदा लोगों के बना दिए मृत्यु प्रमाण पत्र, सहायता राशि हड़पने का किया प्रयास

ग्वालियर- मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले की भितरवार तहसील से एक बेहद ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां इलाके की किठोंदा ग्राम पंचायत के सहायक सचिव भीकम जाटव और उप सरपंच पति पंचम वर्मा ने मृत लोगों की अंत्येष्टि और संवल योजना के तहत मिलने वाली सहायता राशि हड़पने के लिए जिंदा लोगों के ही मृत्यु प्रमाण पत्र बना दिए। इतना ही नहीं पंचायत के लोगों का कहना है कि सहायक सचिव भीकम जाटव विरोध करने पर आत्महत्या करके गाँव वालों को फंसाने की धमकी देता हैं।

जांच में हुआ खुलासा

बता दे कि एमपी सरकार की योजना है कि मध्यप्रदेश में जो लोग बीपीएल श्रेणी में आते है, उनमें से किसी भी व्यक्ति की मौत हो जाने पर मृतक के परिजनों को अंत्येष्टि के लिए सहायता स्वरूप 5 हजार रुपए दिए जाते हैं। वहीं संवल योजना के तहत मृतक के परिजनों को दो लाख रुपए की एक मुश्त किस्त सहायता के रूप में प्रदान की जाती है, जिसका लाभ लेने के लिए आवेदन के साथ-साथ मृतक का मृत्यु प्रमाण पत्र भी लगाना आवश्यक होता हैं।

भितरवार जनपद सीईओ लक्ष्मी नारायण पीपल ने बताया कि 4 जनवरी को एक मामला उनके संज्ञान में आया था, जिसमें सहायक सचिव भीकम जाटव व अन्य की मिलीभगत से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर संवल अंत्येष्टि राशि हड़पने की बात सामने आई थी। जिसके बाद जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार सिंह के आदेश पर जांच टीम गठित की गई और स्वयं टीम के साथ ग्राम पंचायत किठोंदा पहुंच कर जांच की तो पाया कि कुल पांच लोगों के फर्जी तरीके से मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाएं गए हैं। जिसमें तीन लोगों के जीवित होने की पुष्टि मौके पर ही हो गई, बाकी के दो लोग मौके पर नहीं मिले। जिसके बाद इन फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर जारी कराई गई अंत्येष्टि राशि पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई हैं।

वहीं इस पूरे मामले में जिला पंचायत अधिकारी विवेक कुमार सिंह ने कार्रवाई करते हुए पंचायत सचिव वीरेंद्र सिंह और पंचायत समन्वयक अधिकारी जयध राम पटेल को निलंबित कर दिया है, तो धोखाधड़ी करने वाले मुख्य आरोपी रोजगार सहायक भीकम जाटव की सेवा समाप्त करने का आदेश दिया हैं। साथ ही उप सरपंच पति पंचम वर्मा सहित धोखाधड़ी में लिप्त चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं।

ग्राम पंचायत किठोंदा के ग्रामीणों का कहना है कि रोजगार सहायक भीकम जाटव पहले भी कई भ्रष्टाचार संबधी गतिविधियों में शामिल रहा है, उन्होंने बताया कि जब भी कोई आरटीआई लगाता या कोई पूछताछ करता तो भीकम धमकी देता कि वह जहर खाकर आत्महत्या कर लेगा और सबको फंसा देगा।

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Kapil reports for Neo Politico Hindi.

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